दुमका।
एक लिपिक पर भ्रष्टाचार की दीमक ऐसी चढ़ी कि वह लॉक डाउन की परवाह किये बगैर घूस लेने पहुँच गया, लेकिन एसीबी के हत्थे चढ़ गया।
एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक को एक लाख रुपये घूस लेते धर दबोचा। लिपिक मो. इफ्तकार दुमका के एक निजी विद्यालय संचालक अजय कुमार दुबे से घूस ले रहे थे। श्री दुबे ने लिपिक मो इफ्तकार के खिलाफ एसीबी में शिकायत की थी।
जानकारी के मुताबिक जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में लिपिक के पद पर मो0 इफ्तकार ने निजी विद्यालय के संचालक से पिछले 22 मार्च को हुए जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार होने के बावजूद स्कूल खोले जाने का आरोप लगाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी के नाम पर नोटिस भेजा था, जिसमे जनता कर्फ्यू का हवाला देते हुए यह कहा गया था कि स्कूल द्वारा जनता कर्फ्यू का उल्लंघन किया गया है जिसके तहत स्कूल को सील कराया जा सकता है। जिसके बाद लिपिक द्वारा कार्रवाई नही कराये जाने के नाम पर रिश्वत के रूप में 5 लाख रुपये की मांग की गयी थी।
स्कूल संचालक द्वारा रिश्वत नहीं दिए जाने के दौरान घूस की रकम घटाते हुए 4 लाख का डिमांड किया गया, जिसकी शिकायत निजी स्कूल के संचालक अजय दुबे ने एसीबी से किया। जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में लिपिक के पद पर कार्यरत मो. इफ्तकार को प्रथम किश्त में एक लाख रुपया घुस लेते हुए दुमका के विवेकानंद चौक के पास प्रधान डाक घर के सामने से गिरफ्तार किया गया।