देवघर।
देवघर उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी नैन्सी सहाय ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा है कि मीडिया एवं सोशल मीडिया से प्राप्त सूचना के अनुसार चीन के वुहा से फैले कोरोना वायरस का प्रकोप भयावह होता जा रहा है। दुनिया भर से कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या आने के बाद से WHO ने इसे अंतरराष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया है।
ऐसे में देवघर जिला पर्यटन की दृष्ट्रिकोण से झारखण्ड राज्य का एक महत्वपूर्ण जिला है। यहां पर Travelling Passengers का आवागमन सालों भर बना रहता है। ऐसी स्थिति में संक्रमित मरीजों का आना एवं संक्रमण फैलने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। अन्य शहरों से आये हुए Travelling Passengers के स्वास्थ्य की सत्त निगरानी करते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
क्या हैं इससे बचाव के उपाय
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल, टिशू पेपर या हाथ से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें, अंडे और मांस के सेवन से बचें, जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
इसको लेकर देवघर उपायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया है कि देवघर जिला में अवस्थित विभिन्न होटलों, विदेश गए छात्रों, व्यापारियों एवं जिले से विदेश गए पर्यटकों की सत्त निगरानी को लेकर आवश्यक कार्रवाई के साथ जिला सर्विलेंस इकाई के साथ आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें।