गिरिडीह।
झारखण्ड के गिरिडीह जिले के गांडेय विधानसभा में क्षेत्र के आधार पर मुकाबला तय हो गया है। यह विधानसभा जिले के बेंगाबाद गांडेय औऱ गिरिडीह प्रखंड में फैला है। जिससे प्रखंड के आधार पर मुकाबला तय माना जा रहा है। यहां से 14 प्रत्याशी के भाग्य का फैसला 16 दिसम्बर को 2,68,851 मतदाता करेंगे। यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ सरफराज अहमद इस बार झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी बनकर मैदाने चुनावी जंग में कूद गए है.
यहां से झारखण्ड विकास मोर्चा से दिलीप बर्मा ,आजसू से अर्जुन बैठा ,भारतीय जनता पार्टी से जय प्रकाश बर्मा झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से डॉ सरफराज अहमद, भाकपा माले से राजेश कुमार ताल ठोक रहे है. गांडेय विधान सभा सामान्य क्षेत्र है, लेकिन यहां से झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के सलखन सोरेन कई बार विधायक रहे है, उनकी मौत दो वर्ष पहले हो गयी है तब उनकी बहू अपनी विरासत को संभालने के लिए झामुमो आलाकमान से टिकट मांगी नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं.
गांडेय जिले का चर्चित क्षेत्र है। 1977 में जनता पार्टी और 1995 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट से बिहार विधानसभा मे लक्ष्मण स्वर्णकार पहुंचे थे। उसके बाद कांग्रेस के कद्दावर नेता सरफराज अहमद जो 1984 में गिरिडीह के सांसद रह चुके हैं। 1980-2010 में विधायक चुने गए है , डॉ अहमद 2005 में राजद के टिकट से चुनाव लड़ चुके हैं. उस समय इन्होंने पार्टी से बगावत की थी। इस बार भी कांग्रेस से नाता तोड़कर झामुमो के प्रत्याशी है। जबकि सलखन सोरेन 1985, 1990, 2000, 2005 में अपना परचम बिहार और झारखण्ड विधान सभा चुनाव में लहराया था। 2014 में भाजपा के जय प्रकाश वर्मा ने चुनाव जीता था.
गांडेय विधानसभा से 2014 में भाजपा के जय प्रकाश बर्मा को 48,838, झामुमो के सलखन सोरेन को 38,559, कांग्रेस के डॉ सरफराज अहमद को 35,727, झाविमो के लक्ष्मण स्वर्णकार को 11,407 , भाकपा माले के राजेश कुमार को 11,202, मत मिले थे। उस चुनाव में 1,69,016 मतदाताओ ने मतदान किया था जो 71 प्रतिशत था,
2019 के चुनाव के लिए गांडेय में बूथ एप्प का प्रयोग किया जाएगा। यहाँ सुबह 7 बजे से 5 बजे शाम तक 375 मतदान केंद्रों पर मतदान किए जाएंगे, इसके लिए 329 भवनों को चुना गया है।
गांडेय विधानसभा में भाजपा के जय प्रकाश बर्मा को पटखनी देने के लिए उन्ही के बहन का बेटा युवा प्रत्याशी झाविमो से दिलीप बर्मा लगे हैं. ये मुखिया भी है ,जबकि दूसरा युवा प्रत्याशी अर्जुन बैठा है ,बैठा एक बार जमुआ सु से चुनाव लड़ चुके है, इन्हें चुनाव का मंजा हुआ खिलाड़ी माना जाता है, वहीं राजनीतिक धुरन्धर सरफराज अहमद भी ताल ठोक रहे है, भाकपा माले के राजेश कुमार भी अबतक दो बार हार का स्वाद चख चुके है, खास बात यह है कि इस विधानसभा क्षेत्र में सभी जमीन से जुड़े प्रत्याशी एक दूसरे को ललकार रहे हैं.
जहां तक क्षेत्र का सवाल है तो कुछ स्थान पर झाविमो के दिलीप वर्मा औऱ झामुमो के डॉ सरफराज अहमद आमने-सामने हैं, तो कुछ स्थान पर भाजपा से सभी टकरा रहे हैं, आजसू के अर्जुन बैठा औऱ भाकपा माले के राजेश कुमार भी चुनाव को रोचक बना रहे हैं, कुल मिलाकर भाजपा के जय प्रकाश वर्मा झाविमो औऱ झामुमो से घिर गए हैं, भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में त्रिकोणीय औऱ चतुष्कोणीय संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।