देवघर।
चुनाव आते ही नेता अपनी-अपनी वोट बैंक को जगाने में लग जाते हैं। लेकिन, परेशानी वहां खड़ी होती है जहां दो नेताओं का वोट बैंक एक ही हो। इस परिस्थिति में देवघर विधानसभा का परिदृश्य ही कुछ और दिख रहा है।
यहां से राजद की टिकट पर सुरेश पासवान लड़ रहे हैं। ये तीन बार विधायक रह चुके हैं। संतोष पासवान इनके भतीजे हैं जो आजसू की टिकट पर इसी विधानसभा से लड़ रहे हैं। चाचा-भतीजा होने के कारण कई जगहों के वोट बैंक दोनो के हैं। जाहिर सी बात है यहां दोनों एक दूसरे के वोट बैंक में नजर गड़ाए होंगे।
यहां आजसू का टारगेट राजद ही है। क्योंकि… भाजपा के वोट बैंक की सेंधमारी करने गेंदालाल दास काफी दिनों चक्कर काट रहे। हालांकि, नारायण दास और गेंदालाल दास में कोई रिश्तेदारी तो नहीं लेकिन एक खास जाति के वोट अपने पक्ष में करने के लिए दोनों लगे हैं। अगर सेंधमारी सही हुई तो नारायण दास के लिए गेंदालाल दास खतरनाक साबित हो सकते हैं। क्योंकि, गेंदालाल ने टिकट के लिए झामुमो में अपनी उम्र बिता दी। लंबे समय से झामुमो में रहकर लोगों के सम्पर्क में रहे हैं। हालाँकि, जेएमएम से टिकट नहीं मिलने पर ये निर्दलीय मैदान में उतरे हैं. गेंदालाल ने यह भी कहा था पिछले दिनों कि उनका टारगेट नारायण दास है। देवघर विधानसभा के मैदान में दो धुरंधरों को शिकस्त देने के लिए दोनों लगे हैं।