मधुपुर।
कई सालों से मधुपुर मुद्दों के मकड़जाल में उलझा हुआ है. उलझने आज भी सुलझने की कतार में खड़ी है. बात एक हो तो कही जाय, मुद्दों की फेहरिस्त में शामिल मधुपुर की जनता ने नेताओं के चुनावी वादों की गिनती फिर से गिनना शुरू कर दिया है.
बात सिर्फ दो टूक होगी
शुरूआत उन इलाकों से है. जहां आज भी घर-घर पानी पहुंचाने का लक्ष्य अधूरा है. वैसा इलाका जो ड्राईजोन एरिया घोषित हैं. नलों से पानी की बूंद अब भी यहां रूक-रूक कर ही आती है. शहर का पत्थलचपटी रोड, काॅलेज रोड, नया बाजार, अब्दुल अजीज रोड आदि ड्राईजोन क्षेत्र है. इन इलाकों में अब तक पेयजलापूर्ति की संपूर्ण व्यवस्था नहीं हो पायी है. शुद्ध पेयजल के लिए लोगों को इधर-उघर भटकना पड़ता है. हालांकि लाखों की लागत से वाटर टंकी बनायी जा रही है.
अनियमित बिजली से नहीं मिली निजात
नियमित बिजली देने का वादा करीब-करीब सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की चुनावी लिस्ट में शामिल होती है. लेकिन चुनाव जीतने के बाद वादे पूरे नहीं होने से मतदाताओं में नेताओं के प्रति नाराजगी घर कर जाती है. आज भी मधुपुरवासी बिजली की अनियमित आपूर्ति की मार झेल रहे है. बिजली की आंख-मिचौनी से लोग परेशान है. 20 घंटे बिजली आपूर्ति का सपना… सपना ही रह गया है.
आगामी 16 दिसम्बर को मधुपुर विधानसभा के लिए वोट डाले जायेंगे. वहीं मुद्दों और वादों के सहारे विकास की राह में मतदाता अपना-अपना कीमती वोट डालने की तैयारी में है.