देवघर।
देवघर उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा पंचायत प्रशिक्षण केंद्र, जसीडीह में मनरेगा एवं 14 वें वित्त आयोग के तहत वित्तिय वर्ष 2017-18 में कृत कार्यों के सामाजिक अंकेक्षण हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य 14वें वित्त आयोग के अंतर्गत विभिन्न सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी राशि, मनरेगा द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की उपलब्धि आदि के सम्बन्ध में सामाजिक अंकेक्षण किस प्रकार किया जाना है।
जिला स्तरीय सुनवाई के दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि वर्तमान में देवघर जिला के 62 पंचायतों का सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा, जिसमें यह जाँच की जाएगी कि सभी पंचायतों में वित्तीय वर्ष 2017-18 में मनरेगा के तहत चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं में किस प्रकार राशि का व्यय किया गया एवं राशि का व्यय सही जगह हुआ है या नहीं।
इसके अलावे उन्होंने वहाँ उपस्थित जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, मुखिया, रोजगार सेवक और पंचायत सेवकों को निदेशित किया गया कि सामाजिक अंकेक्षण हेतु जो भी दल आयें, उनका सभी पूर्णतः सहयोग करें और यह ध्यान रखा जाए कि उन्हें अंकेक्षण में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। साथ हीं उन्होंने कहा कि आंकड़ा संबंधी जिस भी ब्यौरा की उन्हें आवश्यकता हो, वह उन्हें छायाप्रति के रूप में शीघ्रतापूर्वक उपलब्ध करायी जाए। उपायुक्त ने कहा कि प्रखण्ड स्तर पर सामाजिक अंकेक्षण का कार्य किया जा चुका है एवं सभी शिकायतों पर क्या कार्यवाही हुई या नही हुई है इनकी बिंदुवार समीक्षा भी की जायेगी। साथ ही दिनांक- 26-09-2019 को राज्य स्तर पर सामाजिक अंकेक्षण किया जाना है जहाँ पर देवघर जिले की विभिन्न बिंदुओं पर समीक्षा की जायेगी।
उपायुक्त ने विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा गया कि हम सभी का यह साझा प्रयास होना चाहिए कि पंचायत स्तर पर सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार हो एवं योजनाओं का पूर्ण लाभ लाभुकों को मिले।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने सभी से आग्रह करते हुए कहा कि हमे कुछ कार्यों यथा- अपने पंचायत को स्वच्छ रखना, रोजगार का सृजन करना, प्रधानमन्त्री आवास संबंधी सारी जरूरतों के सामानों को अपने गाँव में हीं उपलब्ध कराना, विभिन्न योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराना व् उनको सखी मंडल से जोड़कर स्वावलंबी बनाना आदि को अपने पंचायत में क्रियान्वित कर अपने पंचायत को आदर्श पंचायत बना सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान उपविकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जो योजनाए प्रखण्ड/पंचयात/ग्राम स्तर पर सही रुप से क्रियान्वित हो रही है या नही उनका सामाजिक अंकेक्षण किया जाना है। सामाजिक अंकेक्षण एक सुधार की प्रक्रिया है इसमे सभी अपना सहयोग करे, ताकि ग्रामीण स्तर पर भी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके एवं ग्रामीण स्तर पर भी योजनाओं का पूर्ण लाभ ग्रामीणों को मिले।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावे डीआरडीए निदेशक नयनतारा केरकट्टा, पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह, सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, मुखिया जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थें।