मधुपुर/देवघर।
मधुपुर अनुमंडल क्षेत्र में पीएम आवास योजना में लाभुकों को किश्त का इंतज़ार और अधूरे पड़े मकान की दीवारें सिस्टम पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
मधुपुर अनुमंडल क्षेत्र के संथाली सिमरा गांव में कई ऐसे जरूरतमंद लाभुक हैं जिन्हें करीब दो वर्ष पूर्व पीएम आवास की स्वीकृति दी गई थी. जिसमें प्रखंड कार्यालय मधुपुर के अधीनस्थ संथाली सिमरा के तीन ऐसे लाभुक मोबीन अंसारी, मोहम्मद अनवर और सकुल अंसारी भी शामिल हैं, जिन्हें पीएम आवास बनाने के लिए पहली किश्त की राशि तो संबंधित बैंक खाते में भुगतान किया गया था. लेकिन खुद का पक्का मकान होने का सपना साकार हो पाता कि इससे पहले ही विभागीय पेंच और जनप्रतिनिधियों की घूसखोरी वाली नियत ने उनके सपने को तार-तार कर दिया.
पहली किश्त की राशि से आवास निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका था. लेकिन अब 19 माह बीत चुके है और बकाया किश्त के अभाव में अब तक इन तीनों के आवास अधूरे पड़ें हैं.
लाभुको ने बताया कि आवास की राशि भुगतान के लिए कई बार बीडीओ के पास गयें, कार्यालय का चक्कर लगाया. लेकिन मामला आज भी सिफर है. लाभुकों का कहना है कि अब कुछ दिनों बाद बरसात का मौसम आने वाला है, ऐसे में परिवार के समक्ष विकराल समस्या खड़ी हो जायेगी. घर नहीं रहने के कारण बच्चे, बूढ़े को भयावह स्थिति से जूझना पड़ सकता है. मायुस लाभुकों के परिजनों ने आवास निर्माण के लिए अविलंब बकाये राशि की भुगतान कराये जाने की गुहार मधुपुर एसडीओ से लगायी है.
इधर एसडीओ योगेंद्र प्रसाद ने मामले को गंभीता से लेते हुए जल्द ही समस्या के समाधान की बात कही है.