पलामू।
पलामू जिले के पांकी प्रखंड के करार गांव निवासी विनोद बिहारी पाठक ने पांकी प्रखंड के निवर्तमान सीओ विनोद राम पर 60 हजार रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।
मामला जब पत्रकारों तक पंहुचा तो सीओ विनोद राम ने अंचल कर्मी रमाकांत मिश्रा व कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक गुप्ता को ही दोषी ठहराते हुए उनपर दबाव बनाने लगे। अंचल कर्मी रमाकांत मिश्रा व सीओ विनोद राम एक दूसरे पर पैसे लेने के आरोप लगाते दिखे। दोनों कर्मी के तू-तू मैं-मैं देख अंचल कार्यालय के मुख्य सड़क पर लोगों की काफी भीड़ लग गई।
दरअसल, विनोद बिहारी पाठक का उनके जमीन का रसीद वर्षो पूर्व से कटते आ रहा था। 25 फरवरी 2019 तक विनोद बिहारी पाठक के पूर्वजो के नाम से ऑनलाइन शो भी कर रहा था। अचानक विनोद बिहारी पाठक के ऑनलाइन जमीन को पांकी सीओ द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को स्थानांतरण कर दिया। जब इस बात की जानकारी विनोद बिहारी पाठक को मिली तो उन्होंने अपने पड़ोसी उत्तम प्रसाद के साथ अंचल कार्यालय पंहुचा, जंहा अंचलाधिकारी विनोद राम ने ऑनलाइन सुधार के लिए उनसे 60 हजार की मांग किया। उसके बाद विनोद बिहारी पाठक ने अंचल कर्मी रमाकांत मिश्रा व कम्प्यूटर ऑपरेटर दीपक गुप्ता के उपस्थिति में 60 हजार रुपया देने का आरोप है। आरोप है कि 60 हजार लेने के बाद भी सीओ द्वारा सुधार नहीं किया गया। उनके तबादले होने के सूचना पर जब विनोद बिहारी पाठक अंचल कार्यालय पंहुचे तो मामला सामने आया।
फिलहाल देखना होगा कि सीओ पर आगे क्या कार्रवाई होती हैं। सीओ विनोद राम द्वारा लाखों का घोटाले हेरा-फेरी भी सामने आ रही हैं। फिलहाल जांच की जरूरत है। वही निवर्तमान सीओ विनोद राम ने दूरभाष पर बताया कि उनके ऊपर जो भी आरोप लगाया जा रहा है वह सरासर गलत है।