मधुपुर/देवघर।
मधुपुर थाना क्षेत्र के नैयाडीह धमनी गांव निवासी सज्जाद हुसैन के पुत्र मोफीज आलम की हुई हत्या के 42 दिन बीत जाने के बाद भी हत्यारों का कोई ठोस सुराग पुलिस को हाथ नहीं लग पाया है।
मोफीज आलम के पिता सज्जाद हुसैन ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाया है। सज्जाद हुसैन ने पुलिस महानिदेशक, झारखंड समेत पुलिस महानिरीक्षक, उप-महानिरीक्षक दुमका व देवघर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर हत्यारों का शिनाख्त कर दोषी को सजा दिलाये जाने का मांग की है.
पत्र में सज्जाद हुसैन ने लिखा है कि गत 27 दिसंबर 2018 को बाईक सवार दो अज्ञात अपराधियों द्वारा मोफीज आलम की गोली मार कर हत्या कर दिया गया। साथ ही बचाव करने आगे आये उनके भतीजे मो0 अनवर हुसैन को भी गोली मारा गया, गोली उसके जांघ पर लगी। दोनों अज्ञात अपराधी घटना हत्या कर गांव के बच्चों और महिलाओं को पिस्टल दिखाते हुए भाग निकला।
13 और 15 जनवरी को फिर पहुंचा था अपराधी:
सज्जाद हुसैन ने आवेदन में कहा है कि घटना के बाद पुनः 13 जनवरी 2019 को अपराधी नैयाडीह गांव पहुंचा था। इस बार भी उसी बाईक पर हत्यारा समेत तीन लोग सवार थे। मो0 अनवर हुसैन द्वारा उक्त दोनों अपराधी को उसकी वेश-भूषा में देख पहचान लिया। हो-हल्ला करने पर बाईक के बीच में बैठा नकाबपोश पिस्टल दिखाकर भाग निकला। जिसकी शिकायत दूरभाष एवं लिखित सूचना पुलिस को दी गयी।
इसके अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास के मधुपुर आगमन के एक दिन पूर्व 15 जनवरी को भी उक्त अपराधियों को बाईक के साथ मधुपुर में देखा गया है. उक्त सभी घटना की सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने भी हत्यारों का पीछा किया लेकिन सभी अपराधी भागने में सफल रहें।
घटना के बाद से मोफीज के परिजनों में भय का माहौल है. मोफीज के पिता ने पुलिस प्रशासन से अविलंब हत्यारों को गिरफ्तार कर सजा दिये जाने और परिवार की सुरक्षा का मांग की है.