गोड्डा।
एक तरफ सरकार किसानो की आय को 2022 तक दोगुनी करने की बात कह रही है तो वहीँ दूसरी तरफ पोडैयाहाट के किसान अपने खेतों को पानी देने वाली नदी को बचाने के लिए दो दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं .
इस अनशन कार्यक्रम में अधिकाँश बुजुर्ग किसान ही नजर आये .दरअसल पोडैयाहाट के सिंघेश्वर नाथ धाम के मंदिर परिसर में किसान इस बात से नाराज होकर आमरण-अनशन पर बैठे हैं क्योंकि इस इलाके की एक मात्र नदी चीर नदी से बालू उठाव का टेंडर कर दिया है. जो पहले कभी नहीं हुआ था .किसानो का मानना है कि जो हालात गोड्डा की लाइफ लाइन कझिया नदी का बालू की बेतरतीब उठाव का हुआ है, आने वाले दिन में इस नदी का भी वही हाल होगा और लोगों को पीने का पानी भी मुहाल हो जायेगा तो खेती कहाँ से करेंगे।
प्रदीप यादव का भी समर्थन :
अनशन के दुसरे दिन इन किसानो को आज क्षेत्र के विधायक प्रदीप यादव का भी समर्थन मिला। जिन्होंने आज दिन भर किसानो के अनशन स्थल पर समय दिया। उनका भी मानना है कि जिस चीर नदी में बालू के उठाव का सरकार ने टेंडर कर दिया है। उस नदी से पंद्रह किलोमीटर दोनों तरफ बसे हुए सत्तर से अस्सी गाँव के डेढ़ लाख की आबादी इससे प्रभावित होगी। साथ ही इसी नदी की बदौलत चार पेयजल योजना संचालित हो रही है जो बेकार हो जाएगी। इसलिए सरकार की इस टेंडर को अविलम्ब रद्द कर देनी चाहिए .उन्होंने इस मसले को विधानसभा में भी उठाने की बात कही .