जामताड़ा।
संथाल समाज का महापर्व सोहराय को लेकर जामताड़ा में उत्सव का माहौल है। आदिवासी समाज में सोहराय पर्व भाई बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
नई फसल कटने के बाद आदिवासी समाज के लोग उत्सव मनाते हैं। कई दिनों तक सोहराय मनाने की परंपरा है। मौके पर मांदर की थाप पर महिलाएं जमकर थीरकती हैं। गांव में सोहराई के नृत्य और गीत प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें गांव के महिलाएं पुरुष बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
जिले के सभी प्रखंडों में सोहराई को लेकर उत्सव का माहौल है महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में थाप पर थिरकती दिख रही हैं।