धनबाद।
साइबर अपराध को अंजाम देने वाला गिरोह के पांच सदस्यो की गिरफ्तारी में धनबाद पुलिस को सफलता मिली है। इनमें चार बाघमारा और एक की गिरफ्तारी तेतुलमारी थाना क्षेत्र से हुई है। एसएसपी द्वारा गठित टीम द्वारा वाहन चेकिंग के दौरान पांचों गिरफ्तार हुए।
एसएसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी:
एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गिरोह में पांचों के अलावे चार और सदस्य है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। उन्होंने बताया भोले-भाले लोगो को झांसे में लेकर गिरोह उन लोगों का एटीएम कार्ड हासिल करने के बाद स्कैनर मशीन के जरिये चंद सेकेंड में एटीएम को स्कैन कर लेते है और पेन कैमरा के जरिये सम्बंधित व्यक्ति के एटीएम कार्ड का पासवर्ड जान लेने के बाद बड़े आराम से एटीएम का क्लोन तैयार कर उस खाते से रकम की निकासी कर लोगो को ठगते है।
कई राज्यों में सक्रिय था ये गिरोह:
यह गिरोह झारखण्ड में धनबाद के अलावे रामगढ, खूंटी, सिमडेगा के अलावे उड़ीसा, बंगाल व बिहार के गया, बिहार शरीफ में भी सक्रिय है। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष आठ मामलो में अपनी संलिप्ता स्वीकारी है। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के और भी मामले में संलिप्ता हो सकती है। आगे इन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ करेगी।
इस गिरोह को पकड़ना पुलिस के लिए थी चुनौती :
एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह किसी से ओटीपी, पासवर्ड पूछे बिना ही लोगो के खाते से रकम की निकासी कर लेता है। बैंक भी यही बताता है कि वास्तविक एटीएम से ही निकासी हुई है। किसी प्रकार का साक्ष्य नहीं मिलने की वजह से शिकायतों के बावजूद इन्हें पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी थी।
साइबर अपराध में माहिर है गिरोह:
पकड़ा गया गिरोह फर्जी एटीएम बनाकर खाते से रकम उड़ाने में माहिर है। इनके पास से पुलिस ने स्कैनर , पंचिंग मशीन , लैपटॉप , ब्लेंक एटीएम कार्ड समेत 77 हजार 500 रूपये नकद बरामद किया है। ये पहले लोगो का एटीएम स्कैन करके डेटा स्वेप करते है। लैपटॉप और पंचिंग मशीन की मदद से ब्लैंक एटीएम कार्ड में सारा डेटा अपलोड करने के बाद एटीएम क्लोन तैयार करते है और फिर जिस सम्बंधित व्यक्ति के एटीएम का क्लोन तैयार किया उसके खाते से रकम उड़ा लिया करते है।