गिरिडीह।
पीरटांड़ से बार-बार मिल रही सफलता के बाद गिरिडीह पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। गिरिडीह एसपी सुरेन्द्र झा की अगुवाई में पीरटांड़ व खुखरा दोनो थाना क्षेत्र के एक एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया है।
यह दोनों गिरफ्तारी कुड़को के जंगल पहाड़ी से विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तारी अभियान टीम में एएसपी दीपक कुमार, खुखरा थाना प्रभारी अनिल उरांव, पीरटांड़ थाना प्रभारी उपेंद्र राय, हरलाडीह के सहायक कमांडेंट अमर कुमार शामिल थे।
बताया जाता है कि कुड़को के जंगल पहाड़ी में पीरटांड़ थाना क्षेत्र के घमभरिया निवासी गुलुआ सोरेन उर्फ सुरेश सोरेन व कुड़को निवासी शिवा तुरी को विस्फोटक सामग्री से गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों एक पुल पर बड़ी विध्वंस घटना को अंजाम देने के फिराक में था। इन दोनों के पास पांच पाइप बम, पच्चीस जिलेटिन व पच्चीस पावर जेल भी बरामद किया गया है। गुलुवा के इशारे पर ही ये नक्सली वारदात को अंजाम देता था।
इन दोनों नक्सलियों पर अब तक वर्ष 2004 में पांच पुलिस कर्मियों की हत्या करने, डुमरी रोड के पूल उड़ाकर एसआईएस वाहन उड़ाने व एक छोटू नामक चौकीदार की हत्या करने का भी आरोप है। गिलुवा सोरेन की तलाश गिरिडीह पुलिस को लंबे समय से थी. वह एक करोड़ के इनामी माओवादी सेंट्रल कमिटी सदस्य प्रयाग मांझी उर्फ विवेक के सिफहसलाह था। प्रयाग को कहां और किस से मुलाकात करना है इसकी जवाबदेही गिलुवा को रहती थी वही प्रयाग के व्यवस्थापक के रूप में सक्रिय रहता था।
वर्ष 2019 की शुरुआत होते ही गिलुवा की गिरफ्तारी सबसे बड़ी सफलता मानी जा सकती है। बहरहाल वर्ष की शुरुवात होते ही गिरिडीह पुलिस ने झारखंड पुलिस के मुखिया डीके पांडेय की ड्रीम प्लांनिग को आगे बढ़ाते हुए नक्सलियों को डेमेज करने की मुहिम की गति को रफ्तार दे दिया और यह कहना अतिश्योक्ति नही होगा कि एसपी सुरेन्द्र झा के कुशल नेतृत्व से महज एक साल के अंदर पारसनाथ पहाड़ से नक्सलियों के पांव लगभग उखड़ चुके है.