देवघर।
संथाल परगना प्रमंडल अन्तर्गत देवघर जिला में द्वादश ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा वैद्यनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए हजारों श्रद्धालुओं का सालों भर लगातार आवागमन होता रहता है। ऐसे में देवघर उपायुक्त राहुल सिन्हा ने देवघर में एन0डी0आर0एफ0 टीम का स्थायी कैम्प कार्यालय देवघर जिला में स्थापित करने की मांग की गयी है.
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी और भादो मेला के दौरान प्रत्येक वर्ष करीब दो माह तक देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं का आगमन देवघर में होता है, जो विगत वर्षो की तुलना में बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में एन0डी0आर0एफ0 बल को देवघर में प्रतिनियुक्त भी किया जाता रहा है। इसके अतिरिक्त देवघर में अवस्थित अन्य धार्मिक आश्रमों जैसे-सत्संग, रिखिया पीठ एवं पगला बाबा आदि स्थलों पर भी सालो भर श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या में अपार जनसमूह आते रहते हैं। साथ ही, देवघर एक सांस्कृतिक नगरी होनेे के कारण विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता रहता है।
औद्योगिक दृष्टिकोण से देखा जाय तो जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र अन्तर्गत आई0ओ0सी0एल0 डीपो, जो झारखण्ड राज्य के 14 जिलों को पेट्रोलियम मुहैय्या करता है एवं अन्य औद्योगिक ईकाई तथा मधुपुर औद्योगिक क्षेत्र अन्तर्गत लाओपाला की फैक्ट्री भी अवस्थित है। साथ ही, देवघर जिला के मधुपुर अनुमंडल अन्तर्गत ई0सी0एल0 के चितरा कोल-माईन्स में भारी खनन का कार्य किया जा रहा है। ज्ञात हो कि समीपवर्ती जिला गोड्डा के ललमटिया कोल-माईन्स में पूर्ववर्ती वर्ष-2016 में भू-स्खलन के कारण भारी जान-माल की क्षति हुई थी जहाँ राहत एवं बचाव कार्य हेतु राँची से एन0डी0आर0एफ0 की टीम को भेजा गया था।
भौगोलिक दृष्टिकोण से भी देखा जाय तो देवघर जिला एक ऐसे केन्द्र पर अवस्थित है जो कि संथाल परगना के छः जिला साहेबगंज, पाकुड़, दुमका, गोड्डा जामताड़ा एवं देवघर के अतिरिक्त गिरीडीह, बोकारो एवं धनबाद से भी काफी निकट है, जिससे की किसी भी प्रकार की प्राकृतिक या मानवीय आपदा आने की आकस्मिक स्थिति में राष्ट्रीय आपदा मोचन का अधिकतम सदुपयोग OPTIMUM UTILISATION कम समय में कुशलतापूर्वक किया जा सके।
इस हेतु उपरोक्त वर्णित परिस्थितियों को देखते हुए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा पुनः स्मारित करते हुए अनुरोध किया गया है कि व्यापक जन हित में एन0डी0आर0एफ0 टीम का स्थायी कैम्प कार्यालय देवघर जिला में स्थापित करने की कृपा की जाय, ताकि देवघर जिला के साथ-साथ सम्पूर्ण संथाल परगना क्षेत्र अन्तर्गत छः जिले एवं अन्य तीन समीपवर्ती जिला गिरीडीह, बोकारो एवं धनबाद को भी आकस्मिक स्थिति में अल्प समय में एन0डी0आर0एफ0 का बेहतर उपयोग प्राप्त किया जा सके।
जिला प्रशासन, देवघर द्वारा एन0डी0आर0एफ0 के कैम्प कार्यालय एवं उनके कर्मियों के आवासन हेतु सम्पूर्ण सहयोग प्रदान किया जायगा। यदि इस क्रम में एन0डी0आर0एफ0 को अपना कैम्प कार्यालय के निर्माण हेतु सरकारी भूमि की आवश्यकता हो तो अविलम्ब अधियाचना उपलब्ध कराने की कृपा की जाय ताकि सरकारी भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकें।