गिरिडीह।
जैन धर्म के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल पारसनाथ के विकास को लेकर रविवार को गिरिडीह उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने मधुबन जैन ट्रस्टी और स्थानीय लोगो के साथ बैठक की.
समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में पारसनाथ क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया. साथ ही मधुबन व पारसनाथ को मांस-मदिरा निषेध क्षेत्र पूरी तरह से घोषित करने का भी निर्णय लिया गया.
बैठक में बताया गया कि पारसनाथ एक्शन प्लान के तहत समूचे मधुबन में विकास की इबारत लिखी जा रही है. जिसके तहत पार्क के अलावे मधुबन मोड़ से तलहटी तक रोड लाइट लगाने का कार्य भी चल रहा है. बैठक में स्वास्थ्य व स्वच्छता पर भी चर्चा हुई.
बैठक में निर्णय लिया गया कि यह धार्मिक स्थल है और इस क्षेत्र में मांस-मदिरा को पूरी तरह से निषेध कर दिया गया है. जो भी लोग सड़क के किनारे मांस-मदिरा बेचते पाये जायेंगे उन्हें जेल भेज दिया जायेगा. डीसी डॉ नेहा अरोड़ा ने कहा कि इस क्षेत्र में मांस-मदिरा को लेकर निषेधाज्ञा लागू है.