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मजदूरों को नहीं मिल रहा रोजगार, वजह है ये…..

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Reported by:शिव कुमार यादव 

सारठ/देवघर।

वर्तमान समय में राज्य की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। विभिन्न विभाग के कर्मी हड़ताल पर रहने से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पारा शिक्षक हड़ताल पर है, जिससे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है। मनरेगाा कर्मी के हड़ताल पर रहने से विकास योजनायें प्रभावित है। जिससे मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। वहीं अंचलकर्मी के हड़ताल पर रहने से आमजनों को जाति, आवासीय प्रमाण पत्र के साथ-साथ जमीन संबंधी रिपोर्ट समय पर नहीं हो रहा है। ऐसे में आमजनों को काफी परेशानी हो रही है।

समान काम समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर पिछले एक माह से मनरेगा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से क्षेत्र में मनरेगा कार्य पुरी तरह से ठप हो गया है। मनरेगा मजदूर रोजगार के लिए यहां-वहां भटक रहे है। कई गांवों से मजदूर रोजगार के लिए अन्य राज्यों में पलायन कर रहे है। इस वर्ष सुखाड़ होने के चलते मजदूरों को धन कटनी में भी काम नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में मजदूरों के हित में बनाया गया रोजगार गारंटी योजना मजदूरों के लिए अभिशाप बनते जा रहा है। मनरेगा अधिनियम के तहत मजदूरों को पांच किलो मीटर के दायरे में 100 दिन काम देने का प्रावधान है।

प्रखंड में कार्यरत बीपीओ, रोजगार सेवक, मनरेगा जेई, आपरेटर व मनरेगा एकाउटेंट पद पर कार्यरत लगभग 40 कर्मी हड़ताल पर है। इसका असर विकास योजनाओं पर दिख रहा है। वहीं मनरेगा मजदूरों को भी इसका खमियाजा उठाना पड़ रहा है। 

3202 योजना पेंडिंग:

मनरेगा कर्मी के हड़ताल से मनरेगा के तहत पूर्व व वर्तमान में संचालित समतलीकरण, मेढ़बंदी, सिंचाई कूप, डोभा आदि योजनायें प्रभावित हो रही है। वहीं पीएम आवास व बकरी शेड में मनरेगा के तहत होने वाला मजदूरों का मजदूरी भुगतान लंबित है। प्रखंड में 3202 योजनायें पेंडिंग है।

क्या कहते है मजदूर:

मजदूरों का कहना है कि हम आदिवासी महिला व पुरुष मिट्टी काट कर गुजर-बसर करते है। मनरेगा के सड़क निर्माण, तालाब, डोभा, जमीन समतलीकरण, सिंचाई कूप, मेढ़बंदी आदि योजना बंद हो जाने से उन्हें काम नहीं मिल रहा है। ऐसे में मजदूरों के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई। सरकार और अधिकारी की लड़ाई में मजदूरों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। 

क्या कहते है बीडीओ:

बीडीओ साकेत कुमार सिन्हा ने कहा कि एक साथ मनरेगा कर्मी के हड़ताल में जाने से परेशानी हुई है। लेकिन सभी पंचायत सेवकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। उसके तहत काम भी हो रहा है।   

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