देवघर।
देवघर जिले के रोहिणी गांव निवासी दीप सागर वर्मा ने न सिर्फ अपने जिला, राज्य बल्कि देश का मान विदेश में बढ़ाया है. यूएई की राजधानी अबू धाबी में आयोजित हुए वर्ल्ड स्किल एशिया-अबू धाबी 2018 में भारत का प्रतिनिधित्व दीप सागर वर्मा ने ग्राफिक डिजाईन टेक्नोलाॅजी में किया.
वर्ल्ड स्किल एशिया-अबू धाबी 2018ः
यूनाईटेड अरब अमिरात (UAE) की राजधानी अबू धाबी में 27-28 नवंबर 2018 को वल्र्ड स्किल एशिया-अबू धाबी 2018 का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन 26 नवंबर और समापन 30 नवंबर 2018 को समारोह पूर्वक हुआ. इस प्रतिस्पर्धा का अंतिम चरण अगस्त 2019 में रूस के कजान शहर में होगा. इस स्पर्धा में 51 कौशल क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं भाग लेंगे. यह प्रतिस्पर्धा हर दो साल पर आयोजित किया जाता है. वर्ल्ड स्किल का एशिया संस्करण पहली बार अबू धाबी में आयोजित किया गया.
विभिन्न चुनौतियों को पार कर पहुंचे यहां तकः
इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेने के लिए छात्रों को विभिन्न लेवल जैसे रिजनल, स्टेट और नेशनल लेवल पर विभिन्न चुनौतियों को पार करना होता है. प्रोफेसर दीप सागर वर्मा ने भी विभिन्न चुनौतियों को पार कर यह मुकाम पाया. प्रो0 दीप का चयन ग्राफिक डिजाईन टेक्नोलाॅजी के विशेषज्ञ के तौर पर निफ्ट (वस्त्र मंत्रालय) और नेशनल स्किल डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन (एनएसडीसी) के अंतर्गत किया गया. प्रो0 दीप ने पुणे शहर के एक एक्सपर्ट के साथ भारत देश का प्रतिनिधित्व अबू धाबी में ग्राफिक डिजाईन टेक्नोलाॅजी में किया.
22 देशों ने लिया हिस्साः
वर्ल्ड स्किल एशिया-अबू धाबी 2018 के प्रतिस्पर्धा में 22 देशों ने भाग लिया. जिसमें भारत ने 19 विभिन्न कौशल क्षेत्रों- जैसे ग्राफिक डिजाईन टेक्नोलाॅजी, फैशन टेक्नोलाॅजी, वेब डिजाईन, आइटी, इलेक्ट्रीक इंजिनियरिंग, आॅटो मोबाईल इत्यादी में हिस्सा लिया. जिसमें ग्राफिक डिजाईन टेक्नोलाॅजी का प्रतिनिधित्व प्रो0 दीप सागर वर्मा ने किया. भारत के अलावा भाग लेने वाले देशों में यूएई, बहरीन, जर्मनी, जापान, कोरिया, चीनी ताइपे, रूस बोलारूस ईत्यादी थे.
प्रो0 दीप सागर वर्मा से बातचीतः
प्रो0 दीप सागर वर्मा ने बताया कि अबूधाबी में वर्ल्ड स्क्लि एशिया 2018 का प्रतिनिधित्व करना उनके लिए काफी गौरवपूर्ण क्षण रहा. अपने जीवन के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि बचपन उनका रोहिणी गांव में ही बीता है. प्रारंभिक शिक्षा देवघर से ही हुई. ग्रेजुएशन उन्होंने ए.एस काॅलेज देवघर से किया. मास्टर डिग्री निफ्ट हैदराबाद से ली. और पिछले सात सालों से निफ्ट, पटना से जुड़े है. अभी बतौर सहायक प्राध्यापक, निफ्ट, पटना में कार्यरत हैं. अपनी सफलता का श्रेय प्रो0 दीप ने अपने माता-पिता, पूरे परिवार, दोस्तों और तमाम देवघरवासियों को दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी में प्रेरणा उनके बड़े भाई चन्दन कुमार सिंहा (एसपी, सरायकेला) और उनकी पत्नी पूजा श्रीवास्तव (चाटर्ड एकाउंटेंट) रहीं हैं. इन दोनों से हमेशा जिंदगी में कुछ बेहतर कर नाम करने की प्रेरणा इन्हें मिली है.
विदेश में लोग युवा कौशल से काफी प्रभावितः प्रो0 दीप
प्रो0 वर्मा ने बताया कि विभिन्न देशों के लोग भारत की युवा कौशल से काफी प्रभावित है. उनके अनुसार कौशल विकास का क्षेत्र व्यापक तौर पर बढ रहा है. और आज के नए टेक्नोलाॅजी के साथ इसका समागम एक नए आयाम को स्थापित कर रहा है.
आइये अबू धाबी को जानेंः
अबू धाबी, संयुक्त अरब अमिरात की राजधानी है. जहां एक तरफ रेगिस्तान है, वहीं दूसरी ओर फारस की खाड़ी है. प्रचुर मात्रा में पेट्रोलियम होने के कारण यह देश काफी अमीर और आधुनिक है. अद्भूत संरचना, सुन्दरता और स्वच्छता यहां देखने लायक है. वहां के लोग अब धीरे-धीरे खासकर महिलाएं शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है. व्यवसायिक पाठ्यक्रम पर भी काफी जोर है.