धनबाद।
धनबाद के बस्ताकोला में स्थित केएमएस शिशु विहार स्कूल में आज लगभग 15 बच्चों को स्कूल प्रबंधन ने क्लास रूम से बाहर धूप में खड़ा कर दिया।
इन बच्चों की गलती केवल इतनी थी कि उनके पैरेंट्स ने समय पर स्कूल का फीस जमा नहीं किया था। बच्चों ने बताया कि पहले पीरियड से ही उसे क्लास रूम से बाहर कर दिया गया और यह सब एक बार की बात नहीं है अक्सर ही ऐसा होता है. जब भी किसी छात्र का फीस बाकी होता है। उन बच्चों को स्कूल से बाहर कर दिया जाता है। कहते है बच्चे अयान जरा आप भी सुनिए।
फ़ीस नहीं देने पर बच्चो किया धूप में खड़ा:
आरोप है कि बच्चों के फीस से संबंधित कोई भी सूचना स्कूल प्रबंधन छात्र के परिजन को भी देना उचित नहीं समझते हैं। और वह बच्चों को इसके लिए दंडित करते हैं। इस मसले पर जब हमारे संवाददाता ने स्कूल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की तो इस मामले पर वह कुछ भी बोलने से बचते रहे ।
बच्चो को स्कूल में किया जा रहा प्रताड़ित:
हम सभी अपने बच्चों को स्कूल इसलिए भेजते हैं ताकि उनका मानसिक विकास हो सके. क्योंकि यही बच्चे देश के भविष्य हैं। समय पर फीस नहीं जमा किए जाने की वजह से इन बच्चों को जिस तरह से स्कूल से बाहर किया गया है यह कहां तक जायज है । इसे स्कूल प्रबंधन की तानाशाही ना कहे तो क्या। क्योंकि परिजन की गलती की सजा इन छोटे मासूम बच्चों को देना स्कूल प्रबंधन द्वारा कितना जायज है.
जिला शिक्षा अधीक्षक ने कही जांच की बात:
इधर जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार ने कहा कि बच्चों को इस तरह से क्लासरूम से बाहर करना बिलकुल गलत है। शिकायत मिलने के बाद प्रबंधन के खिलाफ जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात अधीक्षक ने कही है।