देवघर/सारठ।

देवघर के सारठ थाना क्षेत्र के पारबाद गांव में आयोजित काली पूजा को लेकर मंगलवार रात्रि को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर चढ़ने को लेकर उभरे विवाद में कृषि मंत्री रणधीर सिंह को स्थानीय लोगों के विरोध का जमका सामना करना पड़ा और देखते ही देखते बात बढ़कर अपशब्द व धक्का-मुक्की तक पहूंच गया। अचानक स्थिति बिगड़ने से माहौल कुछ देर में ही रणक्षेत्र में बदल गया।

कार्यक्रम देखने पहूंचे दर्जनों गांव के हजारों की संख्या में मौजूद भीड़ के हो-हल्ला से महौल बिगड़ता ही गया। इसी दौरान कईयों ने भीड़ का फायदा उठाते हुए पत्थर, गोबर और राख फेंककर माहौल को अनियंत्रित कर दिया। हांलाकि स्थिति बिगड़ते देख मंत्री के सुरक्षा कर्मियों ने मंत्री को अपने घेरे में लेकर भीड़ से बाहर निकाला। वहीं घटना की सूचना सारठ पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह, एएसआई नारायण राय, सीएस मंडल, निर्भय सिंह समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान ने मौके पर पहूंचकर माहौल को शांत कराया।
इस दौरान लोगों ने काफी अपशब्द के साथ मंत्री के खिलाफ नारे भी लगायें। मालूम हो कि घटना के समय पूर्व विधायक चुन्ना सिंह भी मौके पर ही मौजूद थे। जिसको लेकर मंत्री रणधीर सिंह व पूर्व विधायक चुन्ना सिंह के समर्थकों के बीच भी जमकर हाथा-पाई हुई।
कैसे घटी घटना:
मौके पर मौजूद ग्रामीण व दर्शकों के अनुसार पारबाद में आयोजित कार्यक्रम में पहले से ही पूर्व विधायक चुन्ना सिंह मौजूद थे। इसी बीच लगभग 12 बजे रात्रि में कृषि मंत्री रणधीर सिंह अपने काफिले के साथ पहूंचे। मंत्री ने पहले काली मंदिर में माथा टेका। उसके बाद सीधे स्टेज पर पहुंचे, जबकि उस समय चुन्ना सिंह भी स्टेज पर मौजूद थे। मंत्री के स्टेज पर चढ़ने के बाद चुन्ना सिंह स्टेज से नीचे उतर गये। उसके बाद कुछ लोगों द्वारा मंत्री के स्टेज पर चढ़ने का विरोध किया जाने लगा व अपशब्द भाषा का भी प्रयोग किया जाने लगा। जिसके बाद मंत्री ने भी माईक से विरोध कर रहे लोगों को स्टेज से उतारने व कार्यक्रम को जारी रखने की बात कही। वहीं देखते ही देखते कई लोगों ने स्टेज पर गंदगी फेंक दिया। वहीं कुछ लोगों पत्थर व चप्पल भी फेकते देखे गये। स्थिति को भांपते हुए मंत्री के सुरक्षा कर्मी, स्थानीय बुद्धिजीवि व पुलिस के सहयोग से मामले को संभाल लिया गया लेकिन तब तक बहुत कुछ हो चुका था।
घटना को लेकर क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म:
घटना को लेकर हर गांव व चौक-चौराहों पर चर्चा का बाजार गर्म है। कुछ लोगों का कहना है कि घटना काफी दुखद है। जो भी हुआ काफी गलत हुआ। वहीं पारबाद, गोविंदपुर आदि गांवों के ग्रामीणों ने घटना पर दुख जताते हुये कहा कि अचानक महौल बिगड़ गया। ग्रामीणों द्वारा मामले को शांत कराने के लिये काफी प्रयास किया गया था।
वहीं, इस संबंध में कृषि मंत्री रणधीर सिंह व पूर्व विधायक चुन्ना सिंह का पक्ष जानने का प्रयास किया गया. लेकिन किसी से संपर्क नहीं हो पाया। इधर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि पारबाद में आयोजित सांस्कृति कार्यक्रम की सूचना थाने को नहीं दी गई थी।