गिरिडीह।

आदिवासी छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया।

बुधवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत माले, जेवीएम और झामुमो ने प्रतिवाद मार्च निकालकर तिसरी बाजार को बंद कराया। बंद के मद्देनज़र सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे. बताया जाता है कि बीते दिनों तिसरी की रहने वाली आदिवासी नाबालिग छात्रा के साथ दो अज्ञात युवकों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया था. घटना के बाद से ही स्थानीय लोगो में काफी गुस्सा था. सामूहिक बालात्कार और दोषियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने के खिलाफ कई राजनीतिक दलों ने तिसरी बंद बुलाया गया.
माले की ओर से धनवार विधायक राजकुमार यादव के नेतृत्व में तिसरी के गंभरिया टांड़ से थाना होते हुए तिसरी चौक तक प्रतिवाद मार्च निकाला जो तीसरी चौक पर आकर नुक्कड़ सभा में तब्दील हो गया l इस प्रतिवाद मार्च में सैकड़ों आदिवासी महिला पुरुष अपने अपने हाथों में पारंपरिक हथियार लिए हुए थे और नगाड़े के साथ दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पुलिस प्रशासन से कर रहे थे और भाजपा सरकार तथा जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रहे थे l सभी पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रहे थे l आदिवासी समुदाय के लोगों के आक्रोश से पूरा तीसरी दहल उठा और सभी ने दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने का मांग किया l
वही जेवीएम और जेएमएम द्वारा भी जनाक्रोश प्रतिवाद मार्च निकाला गया. नेताद्वय का कहना है कि आए दिन दलित आदिवासी छात्र-छात्राओं पर हमला बढ़ा है और 29 तारीख को जिस तरह स्कूल जा रही नाबालिग आदिवासी छात्रा के साथ बर्बरता किया गया. वह पूरे समाज के लिए निंदनीय व चिंता का विषय है l तिसरी पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है.
नेताद्वय ने मांग किया कि इस मामले का एसआईटी गठन करके जांच किया जाए और दोषियों को 3 महीने के अंदर फांसी की सजा दिलाया जाए ताकि भविष्य में कोई भी अपराधी ,बलात्कारी इस तरह का कारनामा करने का दुस्साहस नहीं कर सके. उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो सभी दल एकजुट होकर आंदोलन की रुपरेखा तय की जाएगी।