देवघर/सारठ।
सारठ थाना क्षेत्र के डिंडाकोली पंचायत के लक्ष्मणडीह गांव की फुलिया देवी की मौत सड़क हादसे में हो गई। लेकिन इस घटना के बाद जो हुआ वह शर्मसार करने वाला है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि फुलिया देवी सारठ से वापस घर लौट रही थी. उसी दौरान गंडा पुल के पास विपरीत दिशा से आ रही बाईक के चपेट में आ गई। जिससे फुलिया देवी सड़क पर गिर गई और सिर पर गंभीर चोट आई। स्थानीय लोागों द्वारा आनन-फानन में सीएचसी पहूंचाया गया जहां ईलाज के दौरान फुलिया देवी की मौत हो गई। वहीं बाईक चालक मौका देखकर घटना स्थल से फरार हो गया।
सीएचसी प्रबंधक की दिखी अमानवीयता :
दुर्घटना की शिकार महिला की ईलाज के दौरान हुई मौत के बाद सीएचसी के चिकित्सकों ने परिजनों से लाश को उठाकर ले जाने को कहा। परिजनों द्वारा लाश को ले जाने के लिए सीएचसी प्रबंधक से एंबुलेंस की मांग की गयी. लेकिन प्रबंधक द्वारा यह कहकर एंबुलेंस नहीं दिया गया कि लाश ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं है। विवश होकर पुत्र दिनेश्वर मंडल ने अपने गांव लक्ष्मणडीह से ठेला मंगवाया और ठेला में लादकर ही अपनी मृत मां के शव को थाने पहुंचाया।
पुलिस का भी उदासीन रवैया:
वहीं पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की अमानवीय मामले का होना और पुलिस का मुकदर्शक बना रहना हैरान करने वाली बात है। वहीं लोगों में भी यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ रहा। इधर, पुलिस द्वारा वेवजह लाश को थाना मंगवाने पर भी लोगों ने सवाल खड़ा किया। लोगों का कहना था कि पुलिस को लाश का पंचनामा थाने में ही करके लाश की सुरक्षा के लिए चौकीदारी को तैनात करना था। यदि पुलिस का भी सहयोग मिलता तो परिजनों को ठेला पर लादकर नहीं लाना पड़ता।
पेंशन का पैसा उठाने गयी थी माँ:
घटना को लेकर मृतक महिला के पुत्र दिनेश्वर मंडल ने बताया कि उनकी मां मंगलवार को गांव की एक महिला के साथ पेंशन का पैसा उठाने सारठ सीएसपी आयी थी। सीएसपी से लौटने के क्रम में सारठ-चितरा मुख्य पथ पर ओझाडीह गंडा पुलिया के पास एक बाईक द्वारा जोरदार धक्का मार कर भाग गया।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव:
सूचना पर एसआई मनोज कुमार, एएसआई सीएस मंडल ने सीएचसी पहुंचकर शव की शिनाख्त की। वहीं परिजनों से घटना कि जानकारी ली। मौके पर मौजूद जिप प्रतिनिधि उमाशंकर मंडल ने पीड़ित परिजनों को ढाढस बंधाया। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये देवघर भेज दिया।
कल ही बेटी के घर से लौटी थी महिला:
परिजनों ने कहा कि उनकी मां महिनों से बेटी के घर फतेहपुर के रंगामटिया गांव में थी। पेंशन का पैसा उठाने के लिये सोमवार को ही घर आई थी। लेकिन दुघर्टना में उसकी मौत हो गई।