गिरिडीह।
हार्डकोर नक्सली मनोज चौधरी पर गिरिडीह पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। इस कड़ी में पुलिस ने गम्भीर कार्रवाई करते हुए शनिवार को शहर के स्टेशन रोड स्थित उसके सावन बहार स्टोरेंट समेत कुल 11 प्रॉपटी पर क़ानूनी कार्रवाई कर सील कर दिया।
एसपी सुरेन्द्र कुमार झा के निर्देश पर दंडाधिकारी गिरिडीह सीओ धीरज ठाकुर और डुमरी एसडीपीओ नीरज सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। इसके साथ ही अरगाघाट में उसके भवन और जमीन को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने मनोज चौधरी द्वारा अर्जित भवन और घरों में रहने वाले किराएदारों और अन्य लोगों को तुरंत घर खाली करने का नोटिस दिया है।
बताया गया कि सावन बहार रेस्टोरेंट समेत कुल 11 प्रॉपर्टी को पुलिस ने गिरिडीह और पीरटांड़ में चिन्हित किया है जो गिरफ्तार नक्सली मनोज चैधरी द्वारा अर्जित संपत्ति की गई है।
पिछले दिनों पुलिस को जानकारी मिली थी कि मनोज चौधरी और झरी लाल महतो नक्सलीयों के इन्वेस्टमेंट मैनेजर के तौर पर इलाके में सक्रिय होकर नक्सली लेवी के पैसों को विभिन्न जगहों में इन्वेस्ट कर रहे थे। उनके द्वारा नक्सली लेवी से करोड़ों की अचल संपत्ति अर्जित करने की जानकारी पुलिस के हाथ लगी थी। इसके बाद ही गिरिडीह से लेकर रांची तक पुलिस हरकत में आ गई। अब इस तरह के सभी संपत्तियों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेने की कार्रवाई शुरू की है। मनोज चौधरी ने नक्सली लेवी के पैसे से गिरिडीह और पीरटांड़ के दर्जनों जगह जमीनें और अन्य संपत्तियां अर्जित की है। रांची के पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद जिला पुलिस ने इस मामले में तेज कार्रवाई करते हुए उक्त संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस मामले में जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे वैसे कई चौकाने वाले खुलासे हो रहें हैं।
प्रॉपटी सील करने के दौरान गिरिडीह पुलिस जैसे ही अरगाघाट स्थित मकान में प्रवेश किया तो देखा कि 4 युवक और 2 युवती आपत्तिजनक स्थिति में है. पुलिस ने मौके पर से मनोज चौधरी के बेटा समेत सभी को गिरफ्तार कर नगर थाना ले गयी.