देवघर/सारठ।
सारठ थाना क्षेत्र के बारा पंसारी निवासी 30 वर्षीय गणेश नापीत की शुक्रवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। गणेश दुर्गा पूजा का प्रसाद अपने मामा घर मधुपुर के बधनाडीह पहूंचाकर वापस घर लौट रहा था तभी सारठ-मधुपुर रोड स्थित सिमरामोड़ के समीप अलुवारा मोड़ के पास हादसे का शिकार हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दुर्घटना की वजह सड़क पार हो रहे पशुओं को बचाने के दौरान बाईक का संतुलन बिगड़ जाना बताया है। गणेश के साथ उनके गांव के ही युवक मुन्ना अंसारी जो बचपन का दोस्त था वो भी गया था। मामा घर जाते समय गणेश ने परिवार वालों को बोल कर गया था कि वापस आकर सबको मेला घुमाने ले जायेंगे। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। दुर्घटना में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये थे। तभी पीछे से आ रहे पुर्व विधायक चुन्ना सिह ने घटना स्थल का नजारा देख तुरंत 108 पर फोन कर ऐंबुलेंस बुलवाया और दोनों को ईलाज के लिए सीएचसी पहूंचे। जहां चिकित्सा प्रभारी डाॅ0 जियाउल हक ने देखते ही गणेश नापीत को मृत घोषित कर दिया। वहीं मुन्ना को प्रथमिक ईलाज के बाद स्थिति गंभीर देख बेहतर ईलाज के लिए देवघर रेफर कर दिया।
वहीं घटना कि सूचना पर 20 सूत्री सदस्य सह ग्रामीण मौलाना अली अशरफ, सांसद प्रतिनिधि इश्तियाक मिर्ज़ा सीएचसी पहूंचे। घटना की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह व एएसआई श्रीनारायण राय पुलिस बलों के साथ सीएचसी पहूंकर घटना की जानकारी ली। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए देवघर भेजवाने की बात कही। लेकिन परिजनों द्वारा पोस्टमार्टम नही कराने की बात कहने पर आवश्यक कागजी प्रक्रिया पुरी करते हुए शव को परिजनों को सौंप दिया गया।
मुखिया कंचन देवी ने घटना पर दुख जताते हुए मृतक के परिजनों को ढाढस बंधाया और आर्थिक मदद भी किया। घटना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गणेश कोलकाता में नाई का काम करता था। दुर्गा पूजा में घर आया था। उनकी एक साल की एक बेटी भी है।
उक्त घटना पर पूर्व विधायक चुन्ना सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बाईक चालकों से हमेषा हेलमेट पहनने की अपील की है। श्री सिंह ने कहा कि यदि गणेश हेलमेट पहने रहता तो आज उनकी मौत नहीं होती। चुन्ना सिंह ने घरवालों व माता-पिता से अपील करते हुए कहा कि अपने बच्चों को बाईक की चाभी थमाते है तो उनके सुरक्षा के लिए हेलमेट थमाना भी सुनिश्चित करें।
घटना पर कृषि मंत्री रंधीर सिंह ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि वे खुद जाकर मृतक के परिजनों से मिलेंगे। परिजनों को हर संभव सरकारी लाभ दिलाया जायेगा। वहीं घायल के परिजनों को भी आर्थिक मदद किया जायेगा।