देवघर।
देवघर में आस्था का प्रतिक शिवगंगा में मूर्ति विसर्जन करने या न करने के मुद्दे पर सांसद डाॅ0 निशिकांत दूबे ने अपने फेसबूक पोस्ट के जरीये मामले को नया आयाम दे दिया है.
देवघर में जहां बाबा है, वहीं शिवगंगा है. और गंगा शब्द की पवित्रता ही धार्मिकता है. यह कहना है गोड्डा सांसद डाॅ0 निशिकांत दूबे का.
सांसद डाॅ0 निश्किांत दूबे ने यह बातें अपने फेसबूक वाॅल पर पोस्ट की है. सांसद ने अपनी बातों से प्रशासन के उस फैसले पर अपनी बातें रखी हैं. जहां बार-बार प्रशासन द्वारा शिवगंगा में मूर्ति विसर्जन न करने की अपील पूजा समितियों से गंदगी न करने का हवाला देकर किया जा रहा था.
सांसद ने अपने पोस्ट में लिखा है कि देवघर में जहां बाबा है, वहीं शिवगंगा है. और गंगा शब्द की पवित्रता ही धार्मिकता है. और मूर्ति विसर्जन उसी परंपरा व आस्था का वाहक है. उन्होंने यहां तक लिखा है कि शिवगंगा की सफाई के लिए 11 करोड़ वे भीख मांगकर लाये थे. काश पदाधिकारी उसका बंदरबांट नहीं करते तो आज गंगा साफ होती. इस पोस्ट से साफ जाहिर होता है कि जिस काम के लिए उन्होंने लगातार कोशिश कर धनराशि इकट्ठा की उसका पदाधिकारियों ने बंदरबांट कर लिया और हमेशा की तरह शिवगंगा की हालत जस की तस रह गयी.
सांसद ने अपने पोस्ट के जरीये यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि मूर्ति विसर्जन से शिवगंगा में गंदगी रहेगी तो वे अपने व्यक्तिगत पैसों से इसकी सफाई करायेंगे. लेकिन आस्था, विश्वास और परंपरा बनी रहनी चाहिए.