जामताड़ा।
संथाल परगना में आदिवासी समाज मां दुर्गा की अनोखे ढंग से आराधना करते हैं।
दुर्गापूजा के अवसर पर आदिवासी समाज के द्वारा दंसाइ नृत्य करने की परंपरा आदि काल से चली आ रही है। गरबा और डांडिया की तरह दंसाइ नृत्य भी संथाल समाज में दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी महत्वपूर्ण होता है। जामताड़ा में सप्तमी के दिन से ही आदिवासी समाज दंसाइ नृत्य कर रहे हैं और यह दशमी के दिन तक चलेगा।
समाज के लोग सफेद कपड़े पहन कर माता की आराधना करते हैं. नृत्य के माध्यम से माता को अपनी भक्ति प्रकट करते हैं। अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ दंसाइ नृत्य करने वालों की टोलियां निकलती है और हर एक पंडाल में जाकर में माता के सामने अपना नृत्य प्रस्तुत कर माता की आराधना करते हैं। दसाई नृत्य सिर्फ दुर्गा पूजा में ही 4 दिनों तक आयोजित होता है और यह नृत्य मां दुर्गा को समर्पित है।