गिरिडीह।

भाजपाई सत्ता की हनक दिखाकर हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं और विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले को डायल्युट करने की कोशिश हो रही हैं। यह कहना है जेभीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का।

श्री मरांडी बगोदर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। मौके पर उन्होंने कहा कि 6 विधायकों के खरीद फरोख्त का बजाता लिखित सबूत है उनके पास। बावजूद इसके सत्ताधारी लोग जांच कराने के बजाय इस मामले में भागते फिर रहें हैं। उनका कहना था कि राज्य का बच्चा बच्चा इस मामले की सच्चाई को जनता है। आज 6 विधयकों में से 2 को मंत्री पद और 3 को बोर्ड- निगम खैरात में नही दिया गया है। इसके पीछे 11 करोड़ का सौदा हुवा था। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में उनकी सरकार है फिर परेशानी कहां है जांच कराने में।
इन्होंने कहा कि वे राज्यपाल से मिलकर इस मामले के सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। लेकिन जांच के बजाय ये लोग विभिन्न थानों में केस करते फिर रहे हैं। इस बार उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज किया कराया गया है ताकि हम डर कर इस लड़ाई से पीछे हट जाएं।लेकिन हम भागने वाले लोग नहीं हैं। वर्ष 2006 से ही हम संघर्ष के पथ पर आगे बढ़ रहें है और इस लड़ाई को तब तक जारी रखेंगे जब तक इसको मुकाम नही मिल जाये। उन्होंने कहा कि खरीद फरोख्त मामले में सांसद रविंद्र राय का हस्ताक्षर है लेकिन उस मामले को दबाने के लिए डराने की राजनीति पर उतर आए हैं।लेकिन हम इसको फेस करने के लिए तैयार हैं।