धनबाद।
बीसीसीएल प्रबंधन कोयला उत्पादन के बाद विभिन्न परियोजनाओं को खुला छोड़ देती है। परियोजनाएं बंद होने के बाद इनमें पानी भर जाता है और यह पोखरिया का रूप धारण कर लेती है। प्रबंधन न तो इन पोखरिया के आगे चेतावनी का बोर्ड लगाता है और न ही इस तरह की पोखरिया का चारों ओर से घेराव। पानी से भरे इन खदानों में आस पास के बसे लोग यहां नहाने के लिए आते हैं इस दौरान उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है।
ताजा मामला बीसीसीएल के कुजामा कोलियरी के बंद परियोजना का है। बंद परियोजना के पोखरिया में बुधवार को नहाने गए युवक का शव 24 घंटे बाद पानी के ऊपर छहलाता नजर आया। परिजन एवं स्थानीय लोग शव को रख आउटसोर्सिंग कंपनी में आश्रित को नियोजन एवं दाह संस्कार के लिए राशि की मांग बीसीसीएल प्रबंधन से किया।
मोहरी बांध के रहने वाले राजन भैया बुधवार को इस पोखरिया में नहाने के लिए गया और डूब गया हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से पोखरिया में युवक को तलाश करने की काफी कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। बुधवार को आक्रोशित लोगों द्वारा झरिया बलियापुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया था लोगों ने यह आरोप लगाया कि बीसीसीएल प्रबंधन कोयला उत्पादन के बाद परियोजनाओं को खुला छोड़ देती है जिस कारण इस तरह की घटनाएं हो रही है।