बोकारो:
बोकारो जिला का एक मात्र बड़ा सरकारी सदर अस्पताल जहां दूर दराज से मरीज अपना इलाज कराने पहुंचते हैं लेकिन आज दो महिला मरीज की मौत के बाद लोगो का गुस्सा भड़क गया औऱ फिर देखते ही देखते हंगामा शुरु हो गया. हंगामे को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल घटना की जानकारी स्थानीय थाना को दी. स्थानीय सिटी थाना के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची और फिर हंगामा कर रहे लोगो को शांत कराने का प्रयास किया गया.
वहीं घटना की सूचना पर सिविल सर्जन डा0 सोवान मुर्मु सदर अस्पताल पहुंचे और हंगामा कर रहे मृतक के परिजनो के साथ वार्ता शुरु की.परिजन दोषी चिकित्सक और एएनएम को तत्काल निलंबित करने की मांग कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि चंदनक्यारी की रहने वाली 60 वर्षीय ज्योत्सना देवी को पैर मे सूजन को लेकर सदर अस्पताल में आज ही भर्ती कराया गया था. परिजनो की माने तो चिकित्सक द्वारा खून की कमी को कारण बताते हुए खून चढ़ाने की बात कही थी लेकिन कोई उचित इलाज समय पर नहीं मिल पाने के कारण मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी और उसकी देखते ही देखते मरीज की मौत हो गयी. वही एक अन्य महिला मरीज झानू देवी 24 वर्ष जो चास की रहने वाली थी बुखार होने के कारण उसे शुक्रवार को सदर अस्पताल में परिजन भर्ती कराया गया था. 21 सितबंर से भर्ती महिला मरीज की तबियत में कोई सुधार नहीं हो रहा था और आज महिला मरीज को सूई देने के बाद स्थिति और बिगड गयी. फिर इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी.
एक ओऱ जहां सरकार सरकारी अस्पतालो मे हर सुविधा उपलब्ध कराने की बात कह रही है. साथ ही दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सेवा पीएम आयुष्मान स्वास्थ्य योजना की शुरुआत की गयी ऐसे में छोटे से बीमारी में मरीज की मौत पर होने वाले इलाज पर सवाल खड़े होने लगे हैं. सरकारी अस्पतालो में चिकित्सक,कर्मी व नर्स की कमी साफ देखी जा रही है इसके बाद भी सरकार का ध्यान इस ओर नहीं हैं.