गिरिडीह।
गिरिडीह जिले के बिजली विभाग की लापरवाही जगजाहिर है। यहां लचर व्यवस्था का खामियाजा रह-रह कर शहर वासियों को भुगतना पड़ता है।
एक बार फिर शहर के बभनटोली स्थित गार्डेना गली के लोग विभाग के लापरवाह रुख से परेशन हो उठे। बताया गया कि गुरुवार की सुबह जर्जर तार को बदलने के उद्देश्य से सामान्य के जगह केबल वायर लगाया गया. लेकिन केबल वायर लगाने के लिए बहाल किये गए कार्य एजेंसी की नासमझी ने बिजली उपभोक्ताओं को मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर दिया। बताया जाता है कि गुरुवार की देर शाम को केबल वायर का कार्य सम्पन्न होने के बाद जैसे ही विद्युत प्रवाहित की गयी तभी नए विद्युतीकरण तारों में 440 वोल्ट की धारा प्रवाहित होने लगी।
इस दौरान कई घरों के बिजली उपकरण जल गए। यह सिलसिला यही पर थमा नही देर रात 11 बजे भी फॉल्ट को दूर करने की बात कहकर पुनः विद्युत प्रभावित की गई तो एक बार फिर घरो में लगे बिजली के उपकरण नष्ट होने लगे। विद्युतीकरण में लगे कार्य एजेंसी को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह रातभर विद्युत प्रभावित को रोक दिया। जिससे बभनटोली और गार्डेना गली के लोग रात भर अंधेरे में रहे। अगले दिन शुक्रवार को पुनः कार्य एजेंसी ने फॉल्ट नही पकड़े जाने की स्थिति में पुराने तार को ही मेन लाइन से जोड़ दिया गया. यहां भी कमोबेश यही स्थिति रही और दोपहर को जैसे ही लाइन चालू हुआ घर मे बचे कुचे उपकरण भी कार्य एजेंसी की लापरवाही और नासमझी का भेंट चढ़ गया।
बताया जाता है कि यह एक बार नही बल्कि दो दिन में 3 बार 440 होने से करीब 250 घर की आबादी वाले घर मे लाखो रुपये के बिजली उपकरण खराब हो गया। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश देखने को मिला रहा है। इस बावत सीधे शब्दों में लोग इस घटना का जिम्मेदार विभागीय लोगों को ठहराया हैं। बताया गया कि इलाके में बल्ब तो अनगिनत उड़े हैं। इसके आलावे टीवी, फैन, एसी, फ्रिज, आदि घरेलू उपकरणों के जलने के मामले भी बारी-बारी से सामने आ रहें हैं। फिलहाल शहरी क्षेत्र के 27 नंबर वार्ड के गार्डेना गली और बभनटोली में अभी भी बिजली गुल है।