गिरिडीह।
महात्मा गांधी के स्वच्छता के संकल्पना को जल्द ही गिरिडीह में भी आकर मिल जाएगा। जिले भर में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। गांधी जयंती पर पूरा जिला खुले में शौच जैसे अभिशाप से मुक्त होने की राह पर निकल पड़ने वाला है।
गिरिडीह जिला भी खुले में शौच मुक्ति की ओर अग्रसर है। आगामी 02 अक्टूबर तक हर हाल में इस जिले को ओडीएफ करना है।इसको लेकर जिले भर की शेष पंचायत जो अब तक ओडीएफ नहीं हुई हैं, उनमें दिन रात एक कर सभी पदाधिकारी, कर्मी, स्वयंसेवी एवं जनप्रतिनिधि सभी छूटे घरों में शौचालय का निर्माण करावाने में लगे हैं और निर्माण करने के लिए ग्रामीणों को भी प्रेरित कर रहें हैं। फिलवक्त इसको लेकर जिले के वरीय अधिकारी भी गंभीर हैं। स्वच्छता ही सेवा है अभियान को सफल बनाने को लेकर सभी नोडल पदाधिकारी व संबंधित लोग पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। इस बाबत डीसी डॉ नेहा अरोड़ा ने कहा कि पूरा झारखंड राज्य ही 2 अक्टूबर को ओडीएफ होगा। ऐसे में किसी भी सूरत में गिरिडीह को भी गांधी जयंती से पहले खुले में शौच मुक्त क्षेत्र घोषित कर देना है।
ओडीएफ की तैयारी पर बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि ग्रास रुट लेवल के तमाम टास्क पूरे कर लिए गए हैं। सभी वेंडरों के साथ टाइम टू टाइम मीटिंग की गई है।उन्हें रॉ-मेटेरियलस भी समय पर उपलब्ध कराए गए हैं। वही इसकी मोनिटरिंग का जिम्मा प्रखंड स्तर के पदाधिकारियो को दिया गया है।
असल में गिरिडीह में शौचालय निर्माण में पूर्व में भी अच्छा काम हुआ है। उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने कहा कि फाइनल स्टेज का टाइम फ्रेम तय किया गया है। ज्यादातर प्रखंडों में निर्माण कार्य आखरी चरण में है। तयसुदा वक्त में निश्चित ही सारे काम पूरे कर लिए जाएंगे।
कुलमिलाकर,ओडीएफ को लेकर गिरिडीह पूरी तरह कमर कस चुका है। देखना होगा प्रशासन की उम्मीद कितनी कसौटी पर खरी उतर पाती है।