पाकुड़:-
लिट्टीपाड़ा प्रखण्ड मुख्यालय में जनजाति सुरक्षा मंच के बैनर तले दर्जनों कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया । धरना के माध्यम से आदिवासियों के जबरन धर्मांतरण करने व धर्मांतरण कराने वाले व्यक्ति को चिन्हित कर कार्यवाही करने की सरकार से मांग की गयी. धर्मांतरण कराने तथा आदिवासियों की जमीन पर गिरजाघर निर्माण कराने को सरकार बंद कर धर्मांतरण कराने वाले पर एफआईआर दर्ज करे। उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए छुतार किस्कू ने कहा कि आदिवासियों से ईसाई बने महिला पुरुषों को दी जा रही आरक्षण की सुविधा सरकार के द्वारा अविलंब वापस लिया जाय ।मौके पर जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक सुलेमान मुर्मू ने कहा कि ईसाई मिशनरिया आदिवासियों के मानसिक शोषण के साथ साथ उनका आर्थिक शोषण भी कर रही है जिसका विरोध जनजाति सुरक्षा मंच करेगा । वही धरना में दिनेश मुर्मू ने कहा कि सीएनटी एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर अनुसूचित जनजाति का जमीन दलाल एवं दबंग लोगों के द्वारा कब्जा किया जाता है. उन्होंने कहा कि संथाल समाज अपना संस्कृति धीरे धीरे खोते जा रहा है.
धरना पर साहेब हांसदा ने कहा कि अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाएं युवतियां गैर जनजाति पुरूष से विवाह उपरांत भी अनुसूचित जनजाति को मिलने वाली सभी अधिकार का लाभ लेती है ।उन्होंने कहा कि ऐसे विवाहित महिलाएं भी है जो पंचायती राज व्यवस्था सहित अन्य चुनाव से होने वाले पदों पर जनजाति आरक्षित कोटे का लाभ ले रही है धरना के उपरांत राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम प्रेषित मांग पत्र बीडीओ के अनुपस्थिति में सीआई को सौपा गया ।