बोकारो।
बोकारो जिला के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र नावाडीह प्रखंड के पेंक नारायणपुर थाना अन्तर्गत बरई पंचायत के असनाटांड में दो युवतियों के साथ यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है.
पीड़ित युवती ने मामला 15 अगस्त को ही तीन आरोपियो के खिलाफ दर्ज किया था. पीड़ित युवतियो ने बरई निवासी आनंद साव, रामु साव औऱ स्कार्पियों चालक के खिलाफ शादी का झांसा देकर चार दिनो तक यौन शोषण करने की लिखित शिकायत परिजनो के साथ आकर थाना में दी थी. मामले में पुलिस की ओर से कोई कारवाई नहीं होने के कारण पीड़ित युवती अपने परिजनो के साथ स्थानीय दलित समाज के सैकड़ो ग्रामीणो की मदद से थाना का घेराव करते हुए आमरण अनशन पर बैठ गए.
मामला विस्फोटक न हो इसके लिए सीओ और स्थानीय थाना प्रभारी ने पहले दबाव बनाना शुरु किया औऱ ग्रामीणो को धमकी दी. लेकिन उग्र आंदोलन को देखते हुए सीओ और स्थानीय पुलिस को पीछे हटना पड़ा औऱ वार्ता के बाद एक सप्ताह का समय मांगे जाने पर अनशन समाप्त हुआ.
बताया जा रहा है कि दोनो युवतियों से शादी के नाम पर गांव के ही दो युवक 10 अगस्त को घर से बुलाकर एक स्कार्पियों में बैठाकर ले गए. फिर चार दिनो तक अपने पास विभिन्न स्थानो पर घुमाते हुए रखे. जिले के ही तीन प्रखंड बेरमो,गोमिया और चंद्रपुरा में ले जाकर यौन शोषण किया.15 अगस्त को बेरमो स्टेशन पर लाकर छोड़कर तीनों गाड़ी से फरार हो गए. मामला दर्ज होने के बाद पेंक थाना द्वारा आरोपियों को सहायता पहुंचाने का आरोप लगाया जा रहा था और इसका परिणाम यह हुआ कि आज सभी थाना के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ गए. मामले में पुलिस का कोई भी आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं दिखा.