गिरिडीह।
गिरीडीह में जमीन घोटाले का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है और हाई प्रोफाईल लोगों से इस घोटाले के तार जुड़े रहने की वजह से चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि फिलहाल मामले की पड़ताल की जा रही है लेकिन जो तथ्य उभरकर सामने आए हैं उसके मुताबिक कुछ रसूखदार लोगों ने अपने पावर और पोजीशन का इस्तेमाल कर कई एकड़ जमीन को अपने नाम करा लिया है।
मामला गांडेय प्रखंड से सामने आया है। बताया गया कि गांडेय प्रखंड के मेदनीसार पंचायत में 102 एकड़ 77 डिसमिल जमीन के घोटाले का खुलासा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि कोडरमा सांसद प्रतिनिधि अर्जुन बैठा के पिता के नाम से 102 एकड़ 77 डिसमिल जमीन की बंदोबस्ती फर्जी तरीके से की गई है। जानकारी के मुताबिक गांडेय इलाके के विभिन्न स्थानों पर नुनुलाल बैठा के नाम से सरकारी जमीन जंगल / गोचर इत्यादी बंदोबस्ती लगान रसीद भी निर्गत हो गया है। इस मामले का खुलासा होते ही क्षेत्र के ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा।
ग्रामीणों के मुताबिक जो कागजात उपलब्ध हुए हैं उसमें ग्राम रुकोटाड थाना संख्या 443, हल्का संख्या 4 है, खाता संख्या 31,प्लाट संख्या 646,रकवा 30 एकड़ 50 डिसमिल, ग्राम आहारडीह थाना संख्या 452, हल्का संख्या 4 है। खाता 02 ,58 ,प्लाट संख्या 01,30,58,रकवा 25 एकड़ 77 डिसमिल, ग्राम मनियाडीह थाना संख्या 445, हल्का संख्या 4 है। खाता संख्या 01प्लॉट संख्या 27/99,रकवा 28 एकड़ ,ग्राम कर्णपुरा 422 खाता संख्या 01 प्लाट संख्या 11 रकवा 18 एकड़ 50 डिसमिल। कुल रकवा 102 .77 एकड़, (एक सो दो एकड़ ,सतहत्तर) डिसमिल जमीन नुनुलाल बैठा के नाम से दर्ज पाया गया है।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने गांडेय विधायक ,अंचलाधिकारी गांडेय, डीएफओ गिरिडीह, चीफ कंजरभेटर ऑफ फॉरेस्ट रांची ,मुख्यमंत्री झारखंड सरकार आदि को आवेदन प्रेषित कर इंसाफ का गुहार लगाई है। इस दौरान आहारडीह, मनियाडीह,रुकोटाड, करमाटांड़ ,मेदनीसरे, खमरताड़, कर्णपुरा, सहित 18 गांवों के ग्रामीणों ने बैठक कर इस मामले में आंदोलन की रणनीति भी तैयार कर रहें हैं। इलाके के ग्रामीण इस मामले में बैठक कर जाँच की मांग की है।
इधर इस मामले में गांडेय प्रखंड के अंचल अधिकारी धनंजय पाठक ने कहा कि उन्हें आवेदन प्राप्त हुआ है। जल्द ही मामले की जाँच की जाएगी। बहरहाल,जो तथ्य उभर कर सामने आए हैं उससे स्पष्ट है कि मामला गंभीर है। अब जाँच के बाद ही साफ हो पायेगा कि सत्ताधारी दल के रशुखदार नेता पर लग रहा आरोप कितना सही और कितना गलत है।