पाकुड़/लिट्टीपाड़ा।
वन विभाग के लाख प्रयास के बावजूद थाना क्षेत्र में वन माफियाओ द्वारा धड़ल्ले से वनों की कटाई कर लकड़ियों को बड़े व छोटे वाहनो के जरिए अपने गंतव्य स्थान तक पहुचाया जा रहा है। हालांकि वन माफिया के थोड़े चूक के कारण थोड़ा बहुत लकड़ी विभाग के हाथ लग भी जाते है जिससे माफियाओ को कोई फर्क नही पड़ रहा है।
ताजा मामला के तहत बुधवार को थाना क्षेत्र के चीतलोंफार्म के समीप वन माफिया के थोड़े चूक के कारण विभाग बिना नंबर के एक पिकअप वैन सहित लगभग 16 बोटा सकवा का लकड़ी ज़ब्त करने में सफल रही।बताया जाता है कि एक पुराना पिकअप वैन में क्षमता से अधिक लकड़ी लोड होने के कारण वाहन चढ़ाई में नही चढ़ पाया।जिससे वाहन पीछे लुढकते हुए सड़क के किनारे जाकर गढ्ढे में गिर गयी और गाड़ी वही फंस गया ।माफिया रात में वाहन को उठाने का काफी प्रयास किया पर व नाकाम रहे।करीब एक घंटा बाद ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारी को दिया।इसके पश्चात विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुच कर वाहन को ज़ब्त कर लिया ।
कहा से लायी जा रही थी लकड़ी:
जानकारी के अनुसार लकड़ी माफिया रात के अंधेरे में थाना क्षेत्र के करमाटांड़ ,कुंजबोन के जंगलों सेपहले से काटे गए लकड़ी को वाहन में लोड कर अपने गंतव्य स्थान पंश्चिम बंगाल ले जाने के फिराक में थे। चितलोफार्म में समीप ढलान में गाड़ी उठ नही पाया और वहां पीछे जाकर गड्ढा में घुस गया । ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के टीम रात में ही घटना स्थल पर पहुच कर वाहन को कब्जे में ले लिया ।विभाग के मुताबिक वाहन और लकड़ी छोड़ माफिया मौके से फरार हो गये।
वन क्षेत्र पदाधिकारी कमलेश सिंह ने बताया गुप्त सूचना के आधार पर वाहन को जप्त किया गया। हालांकि लकड़ी माफिया मौके से फरार होने में कामयाब रहा।जांच किया जा रहा है ।
बताते चले कि कुंजबोन करमाटांड़ जमजोडी होते हुए चितलोफार्म तालपहाडी सड़क लकड़ी माफियाओ का सेफ जोन बना हुआ है। इस सड़क से माफिया प्रतिदिन बड़े व छोटे वाहनो के माध्यम से लकड़ियों को बड़ी आसानी से पश्चिम बंगाल ले जाया जाता है।