पाकुड़।
पाकुड़ लिट्टीपाड़ा प्रखंड से 10 किमी दूर सुरजवेड़ा पंचायत के बैजनाथपूर गांव जो संथाल आदिवासी आदिम जनजाती समुदाय के दो हजार के आबादी लगभग रहते है. लेकिन गाँव तक जाने के लिए सड़क नहीं है।
लोग गाँव पगडंडी के सहारे जाते है। लोग मुख्य सडक महुलबोना से दो किमी. पैदल ही रोड़ा भरा सड़क से बैजनाथपूर गाँव जाते है। ग्राम प्रधान जोगोन हाँसदा व ग्रामीणों ने बताया कि सड़क नहीं रहने के कारण हम लोगो को वर्षा के दिनो बहुत ही दिक्कत का सामना करना पड़ता है. कोई बिमार पड़ता है तो उसे अस्पताल नही ले जा पाते है. झोला छाप डॉक्टर को पकड़ कर ईलाज कराते है. हमारे गाँव में तीन चापानल है. लेकिन वह भी खराब पड़ा हुआ है। गंदा झरना का पानी पिते है। गंदा पानी पीने से लोग बिमार पडते है.
यहाँ कोई सरकारी बाबु व जनप्रतिधि सुधी लेने नहीं लेने आते है। वोट के समय सभी दल के नेता गाँव में आते है और बड़े-बड़े वादे करते है. वोट होने के बाद गाँव एक बार देखने भी नहीं आते है। इस बार हमलोग को कोई नेता बेवकूफ नहीं बना सकता है। इस बार पहले सड़क उसके बाद वोट होगा। वही मुखिया सिलभान किस्कू ने बताया कि इस सड़क व पानी को लेकर बीडीओ एवं जिला के पदाधिकारी को ध्यान करा चुका हूँ।और आवेदन भी दे चुका हूँ ।लेकिन किसी ने इस गाँव का सड़क व पानी पर ध्यान नहीं दिया है।