देवघर।
एक ओर जहां सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों का मकान बनवाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर गरीब मजदूर के परिवार को रहने के लिए आशियाना नसीब नहीं है.
देवघर प्रखंड क्षेत्र स्थित टाभाघाट पंचायत के सगदाहा गांव में रहने वाले नुनधन दास का नाम डाटा में नहीं रहने के कारण उन्हें आवास योजना का लाभ अबतक नहीं मिल पाया है. जबकि यह आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर है और मजदूरी कर अपना परिवार का भरण-पोषण करता है. कुछ दिन पहले आए आंधी-बारिश में नुनधन के घर का छत उड़ गया और फिर बारिश ने घर की हालत भी बिगाड़ दी. टूटे-फूटे घर में परिवार रहने को मजबूर है.
परिवार वालों का कहना है कि जब बारिश होती है तो दूसरे के घर में जाकर शरण लेनी पड़ती है. इस संबंध में जब पंचायत के मुखिया से बात की गयी तो मुखिया ने बताया कि ग्राम सभा कर नुनधन दास का नाम आवास योजना के लिए ले लिया गया है और विभाग को कार्रवाही के लिए भेज दिया गया है. अब जबतक विभाग द्वारा स्वीकृति नहीं मिलती है तबतक योजना का लाभ कैसे आवास विहीन परिवार को दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री द्वारा यह ऐलान किया गया है कि 2022 तक प्रत्येक परिवार को पक्के का मकान दिया जाएगा और सभी पक्के के मकान में रहेंगें. लेकिन विभाग की सुस्ती के कारण गरीब परिवार का नाम डाटा में रहेगा ही नहीं तो कैसे उन परिवार को पक्का का मकान नसीब होगा। अब देखना यह होगा कि आवास विहीन परिवार को कबतक सरकार आवास मुहैया कराती है।