देवघर।
मंगलवार को देवघर टावर चौक स्थित एतिहासिक गांधी वाचनालय भवन को ज़मीदोज़ कर दिया गया. भवन काफी पुराना और जर्जर हो चुका था. इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासनिक अधिकारियों की देख-रेख में भवन को तोड़ा गया.
गांधी वाचनालय भवन का निर्माण साल 1956 में नथमल सिंघानिया द्वारा कराया गया था. उस समय नगरपालिका द्वारा 99 साल के लिए लीज़ पर नथमल सिंघानियां को ज़मीन दी गयी थी. भवन के काफी जर्जर होने की वजह से इसे तोड़ा गया. पहले भी तोड़ने की कोशिश की गयी थी लेकिन विरोध के बाद काम रोक दिया गया था. आज सुरक्षा के इंतजाम के बीच जेसीबी मशीन लगाकर भवन को जम़ीदोज़ कर दिया गया. विधि-व्यवस्था को लेकर मौके पर एसडीएम, एसडीपीओ और सीओ सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात दिखे.
मौके पर मौजूद एसडीएम राम निवास यादव ने कहा कि भवन जर्जर हो चुका था. इसके लिए नगर निगम की रिपोर्ट पर कोर्ट द्वारा नोटिस भेजा गया कि जल्द से जल्द इस भवन को तोड़ा जाए. कोर्ट नोटिस मिलने के बाद इस भवन में जितनी भी दुकानें और कार्यालय थी सबों को दो महीने पहले ही नोटिस दे दी गई कि वे अपनी-अपनी दुकाने खाली कर ले. नोटिस देने के बावजूद भी लोगों ने भवन को खाली नहीं किया. मजबुरन प्रशासन द्वारा दुकानों को खाली करा भवन को जेसीबी मशीन से तोड़ा गया.
वहीं, एसडीएम ने यह भी कहा कि कोर्ट के आदेश पर यहां व्यवसाय करने वाले जिन-जिन लोगों की दुकानें चली गई है उनके लिए एक वैकल्पिक व्यवस्था की जा जाएगी.
बता दें कि भवन निर्माण के बाद इस भवन में पहले पुस्तकालय चलता था. बाद में इसी भवन में कांग्रेस जिला कार्यालय खुल गया. वहीं, प्रेस क्लब का कार्यालय भी संचालित रहा. हालांकि प्रेस क्लब के लिए भव्य भवन का निर्माण होना है जिसका शिलान्यास किया जा चुका है. नीचे के हिस्से में आधा दर्जन दुकानें चलती थीं. जिनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही गयी है. वहीं, कांग्रेस कार्यालय के ध्वस्त हो जाने से जिला कोंग्रेसियों में खासा नाराज़गी देखी गई.
अब, देवघर जिला प्रशासन के द्वारा इस सड़क के सौंदर्यीकरण की बात कही गयी है।