Reported by: बिपिन कुमार
धनबाद।
धनबाद के भूमिगत खदानों में उतरना अबतक काफी जोखिम भरा हुआ करता था. लेकिन अब यह प्रक्रिया बेहद ही आसान हो गया है। कोलकर्मी अब मोनो रेल पर सवार होकर भूमिगत खदान में जा सकेंगे। बीसीसीएल के वेस्टर्न झरिया एरिया के मुनीडीह खदान में कोल सचिव ने इंदर जीत सिंह ने आज मोनो रेल का उद्घाटन किया। साथ ही वे मोनो रेल पर सवार होकर खदान के अंदर भी गए।
कोल सचिव ने बताया कि कोल कर्मी जोखिम में खदान के अंदर प्रवेश करते हैं। कोलकर्मियों को सुरक्षा प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे सभी भूमिगत खदानों में यह व्यवस्था की जाएगी ताकि कोलकर्मी सुरक्षित उत्पादन कर सके।
भूमिगत खदानों में आने-जाने के लिए यह है व्यवस्था:
कोलकर्मियों को सिर पर टोपी और लाइट, हाँथ में डंडा और पीठ पर बैटरी बांधकर सीढ़ियों या रस्से से बने डोली के सहारे भूमिगत खदानों के अंदर उतरना पड़ता है। कर्मियों को तीन किलोमीटर या फिर इससे भी अधिक दुरी तय करनी पड़ती रही है। खदानों में पानी रिसने से फिसलन का भी भय बना रहता है। रोजाना माइंस के अंदर आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मोनो रेल की व्यवस्था शुरू होने के बाद कोलकर्मी इसपर सवार होकर बड़े आराम से खदानों के अंदर जा सकेंगे।