हज़ारीबाग।
दिल में जज्बा जब कुछ कर गुजरने की हो तो एक दिन मंजिल जरुर मिलती है. हजारीबाग के लाल मो0 खाजा अब्बास ने इसे सच कर दिखाया है.
खाजा ने दुबई में आयोजित रस अल खैमा (रैक) दुबई बॉडी बिल्डिंग 2018 प्रतियोगिता में रजत पदक प्राप्त कर भारत का नाम देशभर में रौशन किया है. साथ ही अपने झारखण्ड का भी नाम रौशन किया है.
बता दे कि मध्यम वर्ग परिवार में जन्मे मों खाजा का मुश्किल भरे इस सफर में परिवार वालों का अहम योगदान रहा है. पेशे से पेंटर खाजा के पिता इन्हें इंजिनियर बनाना चाहते थे. लेकिन कहते है न दिल और दिमाग में जब किसी और चीज़ के लिए जूनून हो तो लाख कोशिश के बाद भी उसे बदला नहीं जा सकता। इसी को सच करते हुए और 15 साल के कड़े मेहनत के बाद 48 देशो से आए 65 बॉडी बिल्डरों को पछाड़ते हुए दुसरे स्थान पर रह कर अपने देश का नाम रौशन किया है |
बताते चले कि खाजा ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से फिटनेस एंड न्यूट्रीशन से डिप्लोमा करने के बाद दुबई के एक जीम में फिटनेस ट्रेनर के रूप में कार्यरत है | खाजा का अब अगला लक्ष्य मिस्टर वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग का ख़िताब अपने नाम कर भारत का नाम रौशन करना है. फ़िलहाल खाजा उसी की तैयारी में जुट गए है | दुबई से लौटने के बाद ख्वाज़ा अब्बास ने N7 इंडिया के संवाददाता फलक शमीम के साथ ख़ास बात चीत की.