देवघर।
देवघर सेंट्रल जेल में उस वक़्त अफरा-तफरी का माहौल हो गया, जब अचानक एक कुख्यात बंदी ने बम की अफवाह फैला दी और भागम-भाग में फरार होने की नाकाम कोशिश की.
कड़ी सुरक्षा घेरा का दावा किए जाने वाले देवघर सेंट्रल जेल की सुरक्षा-व्यवस्था को धत्ता बताते हुए वहां बंद अपराधकर्मी सुनील दास ने सुप्रीटेंडेंट कुमार चन्द्रशेखर को बंधक बना जेल से भागने का असफल प्रयास किया। घटना में सुप्रीटेंडेंट जख्मी भी हो गए हैं। उनका एक पांव टूट गया है।
हत्या के एक केस में आजीवन कारावस की सजा काट रहे और कई संगीन कांडों के अभियुक्त सुनील दास के इस मंसूबे को सेंट्रल जेल के संतरियों की तत्परता ने नाकाम कर दिया। फ़िल्मी अंदाज़ में जेल से भागने की सुनील दास की कोशिश नाकाम रही. यह घटना सुबह साढ़े सात बजे की बतायी जा रही है.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, शातिर अपराधकर्मी सुनील दास ने सेंट्रल जेल में रबर बॉल के ऊपर सुतली लपेटकर अपने पास बम होने की अफवाह फैला दी। उसी क्रम में जेल का रुटीन निरीक्षण कर रहे सुप्रीटेंडेंट कुमार चंद्रशेखर को उसने बंधक बना लिया। अपने पास बम होने की अफवाह फैलाकर वह सेंट्रल जेल से भागने की फिराक में था। बम का ही भय दिखाकर उसने वहां तैनात कर्मियों से जेल के अंदर का एक गेट खुलवा भी लिया था। लेकिन, दूसरा दरवाजा खुलवाने की कोशिश के क्रम में ड्यूटी पर मौजूद संतरी को उसपर शक हुआ। संतरी ने बिना किसी भय के जवाबी कार्रवाई करते हुए अपराधकर्मी सुनील दास को दबोचकर उसे अपने नियंत्रण में ले लिया। इस घटना के दौरान जेल सुप्रीटेंडेंट का पैर टूट गया है।
बताते चलें कि शनिवार को ही देवघर की एक अदालत ने सुनील दास को हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सुनील दास देवघर में हुए कई चर्चित बैंक डकैतियों का सरगना बताया जाता है। देवघर पुलिस की नाक में दम कर चुके शातिर अपराधकर्मी के विरुद्ध कई संगीन मामले देवघर से लेकर सीमावर्ती बिहार के कई थानों में भी दर्ज है।
वहीं, इस घटना के बाद देवघर जेल प्रशासन अपराधकर्मी सुनील दास को दुमका सेंट्रल जेल भेजने की तैयारी में जुट गयी थी। जेल प्रशासन ने मामले को लेकर प्राथमिकी के लिए आवेदन नगर थाना भेज दिया है। पुलिस मामले को लेकर अग्रतर कार्रवाई में जुटी है।
हालाँकि, देवघर सेंट्रल जेल के अंदर इस तरह की घटना के बाद जेल की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवालिया निशान खड़ा हो गया है।