पाकुड़।
अपने ही परिजनों से पैसे ठगने के लिए व्यवसायी विभीषण साहा ने अपने अपहरण की साजिश रची। पुलिसिया जांच के दौरान इसका खुलासा हुआ है।
पुलिस ने कथित अपहृत विभीषण साहा को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल पुलिसया पूछताछ के दौरान वीभीषण के अपहरण मामले में जो बाते सामने आई है। वह न केवल पुलिस के लिए बल्कि आमजनों के लिए भी चोकाने वाली है। बाजार में लिए गये कर्ज को चुकाने के लिये अपने मामा से पैसे ठगने की नीयत से हिरणपुर थाना क्षेत्र के देवपुर निवासी के पंडाल का कारोबार करने वाले विभीषण साहा ने अपने अपहरण की साजिश रची थी।
इसकी जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये एसपी शेलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल ने दिया। साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि विभीषण के अपहरण किये जाने का लिखित आवेदन उनके मामा उमेश कुमार साहा ने लिट्टीपाड़ा थाना को दिया था और अपहरण का मामला भी दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच और विभीषण की सकुशल बरामदगी को लेकर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई. जिसमें पाकुड मुफ़्सील, हिरणपुर, लिट्टीपाड़ा व आमरापाड़ा थाना प्रभारी को शामिल किया गया।
गठित टीम ने शामिल पुलिस पदधिकारियो ने सदलबल के साथ छापेमारी शुरू की और दुमका एसपी कॉलेज के निकट से विभीषण से पूछताछ किया गया तो उसने बयान दिया कि काफी कर्ज में डूब गया था और अपने मामा से रुपया ठगने के लिए खुद के अपहरण का नाटक रचा। विभीषण ने अपने खाते में अपने मामा से 50 हज़ार रुपये डलवाया और 40 हजार रुपया देवघर से एक एटीएम से निकासी की गई। पुलिस ने इस अपहरण मामले में एक एटीएम कार्ड, मोटरसाइकिल, मोबाईल और 40 हजार रुपया बरामद किया है।