हज़ारीबाग।
हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय में पीएचडी पाठ्यक्रम में भारी धांधली की शिकायत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने की है.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने कहा कि विश्वविद्यालय में पीएचडी के नामांकन में भारी अनियमितता बरती गई है. इसके अलावा आरक्षण रोस्टर कहीं से नहीं हुआ है. नामांकन के पूर्व सीटों की संख्या का प्रचार-प्रसार करना अनिवार्य था उसे भी नहीं किया गया था.
विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों एवं शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने कहा कि वित्तीय लेन-देन एवं स्वहित को ध्यान में रखते हुए नामांकन लिया गया है. साथ ही विश्वविद्यालय में वैसे पाठ्यक्रमों में जहां प्रकृति की जरूरत है उसमें प्रबंधन अपने लोगों को एवं वित्तीय लेन-देन के अनुसार बहाल कर रहा है जिससे शिक्षा के गुणवत्ता में काफी प्रभाव पड़ रहा है.
इसलिए विनोबा भावे विश्वविद्यालय के प्रबंधन के मनमाने रवैये पर अंकुश लगाना काफी जरूरी है हालांकि इसके लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने राजभवन को भी पत्राचार किया है.