दुमका:
झारखण्ड के पुलिस महानिदेशक डी. के पांडेय दुमका के बिजयपुर स्थित झारखण्ड सशस्त्र बल के 35वीं वाहनी कैंप में आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम में पहुंचे।
झारखण्ड के डीजीपी डी के पांडेय पिछले दिनों गोपीकांदर थाना क्षेत्र के कछुवाकांदर गांव के जंगल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने और हथियार सहित कई सामान के मिलने के उपलक्ष्य में जवानों और पुलिस अधिकारियों का मनोबल ऊँचा रखने के उद्देश्य से सम्मान देने पहुंचे। नक्सली हमले में मिली सफलता को लेकर झारखण्ड के डीजीपी ने एसएसबी के जवानों दुमका पुलिस के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल को भी सम्मानित किया।
झारखण्ड के संथाल परगना में अपने पैठ जमाये नक्सलियों से लोहा लेने के लिए झारखण्ड पुलिस हमेशा तैयार है। इसकी हौसला अफजाई की गई। झाखंड के संथाल परगना में इस तरह की पहली बार अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र गोपीकांदर में हुआ कि पुलिस और नक्सली के मुड़भेड़ में दो नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया है।
डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि एक संकल्प लेने की और जरूरत है दुमका के गोपीकांदर पाकुड़ के पाकुड़िया उसके अगल-बगल क्षेत्रों को हमें अपने कब्जे में लेना है अगर दुश्मन को संथाल परगना से समाप्त करना है तो उन क्षेत्रों में हमारा अधिकार होना चाहिए। इन क्षेत्रों का दुरुपयोग दुश्मन के द्वारा किया जाता है और यहां आपका दुश्मन माओवादी है। जो राष्ट्र के सुरक्षा के लिए खतरा है विकास के लिए खतरा है। जो राज्य को विकास के पथ पर आगे नहीं ले जाना चाहता है। जो बच्चों की शिक्षा को बाधित करता है और बच्चों को जंगल ले जाता है ऐसे लोग समाज के दुश्मन है,राज्य के दुश्मन हैं,एसएसबी के दुश्मन है,झारखंड पुलिस के दुश्मन है,संविधान के दुश्मन है और भारतीय संविधान की रक्षा के लिए हम युद्ध करेंगे और ऐसे जो संविधान को चुनौती देते हैं व्यवस्था को चुनौती देते हैं,विकास को रोकते हैं उसको हम 6 इंच छोटा करेंगे। आप युद्ध की तैयारी करो संकल्प 2018 नक्सलवाद मुक्त झारखंड हम बनाएंगे।