धनबाद:
कोयलांचल में झामाडा कर्मियों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। हड़ताल के चौथे दिन जामाडोबा वाटर बोर्ड के निकट माडा के सभी सर्किल के कर्मियों ने एक सामूहिक बैठक की और हड़ताल पर आगे की रणनीति बनाई।
वही आज हड़ताल ख़त्म करने को लेकर रांची नगर विकास सचिव के साथ माडा प्रबन्धक की वार्ता होने वाली थी. जिसमे माडा कर्मियों को शामिल होने को कहा गया था. मगर माडा कर्मी ने कहा कि जिसको भी वार्ता करना है वह यहाँ आ कर बात करे.
39 महीनो का है वेतन बकाया:
झामाडा कर्मियों ने एक सुर में कहा कि उन्हें एक साथ 39 माह का वेतन सरकार अगर देती है तभी वह हड़ताल खत्म करेंगे। वही एक दिन पूर्व जिला प्रशासन के साथ दूसरी बार वार्ता विफल जिला प्रशासन और माडा प्रबंधन के तरफ से एक माह की वर्तमान वेतन और अगले एक हफ्ते में तीन माह के वेतन को देने का आश्वासन को उन्होंने सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से आश्वासनों की घुट्टी अधिकारियों के द्वारा माडा कर्मियों को पिलाया जाता रहा है। लेकिन जब भुखमरी की नौबत आती है तो माडा कर्मी की कोई नहीं सुनता।
कोयलान्चल में जल संकट गहराया:
वहीं, दूसरी ओर कोयलांचल के कई क्षेत्रों में जल संकट गहरा गया। माडा से जलापूर्ति नहीं होने के कारण महिलाएं दूर-दराज से सिर पर डेगची के सहारे पानी लाती हुई दिखी। हालांकि शहरी क्षेत्रों में लोग खरीद कर पानी पी रहे हैं, लेकिन नहाने और कपड़े धोने के लिए पानी का अकाल पड़ा हुआ है.