देवघर:
जिस मासूम की एक चीख से मां-बाप का कलेजा पसीज जाता हो उसी औलाद को एक बाप अगर अपने ही हाथों मौत की नींद सुला दे तो आप क्या कहेंगे।
ऐसे ही एक जालिम बाप की करतूत सामने आई है देवघर के उपरी सिंघवा इलाके से जहां एक बाप ने महज 35 दिन की नवजात को सिर्फ इसलिए मौत की नींद सुला दिया क्योंकि, वो उसकी मनचाही औलाद नहीं थी यानि, वो बेटा नहीं बेटी थी।
दरअसल, देवघर के उपरी सिंघवा मोहल्ले की रहने वाली एक युवती की शादी बिहार के चाँदन थाना इलाके के रहने वाले प्रसादी पंडित के साथ हुई थी, शादी के बाद से ही पति समेत ससुराल वालों की चाहत थी कि, उनकी बहू एक पोते को जन्म दे लेकिन, एक महीने पहले युवती ने अपने मायके में एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म लेने की खबर मिलने के बाद वो जालिम बाप अपनी पत्नी और बच्ची को देखने बीच बीच मे आया करता था, लेकिन बीती रात अचानक प्रसादी पंडित कत्ल की साजिश को अंजाम देने की नीयत से अपने ससुराल पहुंचा.
फिर क्या था, रात के वक्त प्रसादी पंडित अपनी पत्नी और नवजात बच्ची के साथ सोने के लिए अपने कमरे में चला गया और आधी रात के वक्त उस दरिंदे ने मासूम बच्ची की गला घोंटकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं अपनी साजिश को अंजाम देने के बाद वो कातिल बाप आधी रात को ही मौके से फरार भी हो गया। और जब अंधेरा छटा तो सूरज की पहली किरण के साथ ही उस घर में कोहराम मच गया।
फिलहाल पुलिस ने उस बेरहम दरिंदे प्रसादी पंडित के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। लेकिन, एक बेटे की चाह में महज 35 दिन की नवजात बेटी के कत्ल की इस खौफनाक वारदात ने एक बार फिर सभ्य समाज पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.