देवघर:
श्रावणी मेला के दौरान बाबा की नगरी सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालू लाखों की संख्या में जलार्पण के लिए आते हैं. बाबा बैद्यनाथ पर सुगमतापूर्वक जलार्पण कर एक अच्छी अनुभूति लेकर वापस अपने घर को जाते हैं.
श्रावणी मेला के दौरान उत्तरवाहिणी गंगा सुलतानगंज गंगा घाट पर से श्रद्धालु जल उठाते है और वहां से पांव पैदल बाबाधाम तक की यात्रा कर बाबा मंदिर में जलार्पण करते हैं. इस पैदल कांवर यात्रा में संतालपरगना, भागलपुर और मुंगेर तीन कमिश्नरी का क्षेत्र आता है. ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और तमाम सुविधाओं को लेकर दोनों राज्य (बिहार,झारखण्ड) की प्रशासन व पुलिस के बीच काॅर्डिनेशन ज़रूरी है. जिसको लेकर इंटर स्टेट काॅर्डिनेशन की बैठक आयोजित हुई.
श्रावणी मेला में भीड़ नियंत्रण के लिए होल्डिंड प्वाईंट:
श्रावणी मेला 2018 का सफल संचालन हो सके इसके लिए देवघर परिसदन के सभागार में मंगलवार को संतालपरगना आयुक्त डॉ. प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में अति आवश्यक विचार विमर्श के लिए इन्टर स्टेट काॅर्डिनेशन बैठक की गयी. बैठक के संबंध में संतालपरगना के आयुक्त ने बताया कि मेला को सुचारू रूप से चलाने और सफल संचालन पर आवश्यक निर्णय लिया गया. सभी जगहों पर भीड़ व्यवस्थित रहे, साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कांवरयों के रास्ते में होल्डिंग प्वाईंट बनाये जा रहे हैं.
बनेगा इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम:
संतालपरगना आयुक्त ने कहा कि इस वर्ष श्रावणी मेला में नये चीज हो रहे हैं. पहले कन्ट्रोल रूम बिखरा-बिखरा होता था.अब देवघर में इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम रहेगा. जो कि एक ही जगह पर 24 घंटें फंक्शनल रहेगा. यह इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम मानसरोवर के पास बनाया जा रहा है.
बाॅर्डर लेवल पर होगा काॅर्डिनेशन, कांवरियों के बीच की जाएगी सूचना शेयर:
वहीं इन्टर स्टेट बैठक में आए भागलपुर कमिश्नरी के आयुक्त ने बताया कि समन्वय बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि देवघर की स्थिति को देखते हुए कांवरियों को भागलपुर की ओर से आने दिया जाएगा. स्टेमपेड की स्थिति नहीं हो इसके लिए मुख्य रूप से इन बातों पर विशेष रूप से चर्चा किया गया. काॅर्डिनेशन बाॅर्डर लेवल पर होगा. उसके बाद वरीय पदाधिकारियों के बीच में भी रीयल टाइम काॅर्डिनेशन रहेगा. भीड़ को रोकने का मतलब है कि सूचना कांवरियों तक जानी चाहिए. कांवरियों को अगर यह बताया जाए कि बाबाधाम में बहुत अधिक भीड़ है आप यहीं पर थोड़ा रेस्ट कर लिजिए तो इस सूचना के बाद कांवरिए अपने आप को व्यवस्थित करेंगें. कांवरियों को सही जानकारी मिल सके इसके लिए व्यवस्था की जाएगी. वह जानकारी बाॅर्डर से बीस किलोमीटर पहले कांवरियों को दिया जाएगा.
बैठक के दौरान संतालपरगना आयुक्त डाॅ0 प्रदीप कुमार, भागलपुर आयुक्त राजेश कुमार, मुंगेर आयुक्त पंकज पाल सहित तीनों कमिश्नरी के डीआईजी, देवघर, दुमका के डीसी एसपी बांका, भागलपुर के डीएम और एसपी सहित कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित दिखे.