जमशेदपुर:
जमशेदपुर के गोविंदपुर परसुडीह गदरा मेन रोड का हाल बेहाल है. नौबत यह है कि एक बड़ी दूरी वाले रोड में गढ्ढे है कि गढ्ढे में रोड ये कहा नही जा सकता। पर क्षेत्र के लोगो के लिए ये सड़क काल बन गयी है और एक बड़ी दुर्घटना की संकेत जता रही है. बताया जा रहा है कि रोड में गढ्ढे के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी है और इतने लोंगो के जख्मी होने के बावजूद भी जिला प्रशासन मौन बरती हुई है.
गोविंदपुर से परसुडीह जाने वाली गदरा मुख्य मार्ग पर रोड में ठहरा पानी और बड़े-बड़े गढ्ढे रोड की बदहाली को बयां कर रहे है. जहां सड़क से प्रति दिन हजारों लोगो को आने-जाने में परेशानी होती है और सबसे ज्यादा बाइक से आने-जाने वालों को परेशानी होती है कि कही स्लीप कर के गिर न जाये। ऐसे में लोग बताते है कि इन गड्ढों के कारण कई लोग घायल हो गए है और अभी भी होते रहते है. जबकि शाम होने के बाद गढ्ढे दिखते नही, कारण है रोड पर कोई स्ट्रीट लाइट नही है.
लोगो को ये भी आशा है कि एक दिन रोड बनेंगे और लोगो का मानना है कि कई बार जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को पत्राचार करने के बाद भी रोड की स्थिति में उसी प्रकार की है और कोई बदलाव इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को देखने को नहीं मिला है.
लोगों की माने तो 2 वर्ष पहले तक यह रोड की स्थिति ठीक-ठाक थी. मगर गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के तहत इस क्षेत्र में पाइप लाइन का काम पीएचडी विभाग के द्वारा कराया जा रहा था जिसकी वजह से रोड को काटकर पाइप लाइन बिछाया गया और रोड की दोबारा मरम्मतीकरण नहीं किया गया. जिसके बाद इस रोड में आने जाने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बरसात के दिनों में इस रोड का नजारा किसी तालाब से कम नहीं रहता। जहां लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपने दूसरे स्थान तक जाते हैं और जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन की उदासीनता का दंश झेल रहे इस बस्ती के लोग अब राज्य सरकार से इस रोड के मरम्मतीकरण की गुहार लगा रहे हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण कई अपराधिक घटनाएं घटते रहती है.
वही इस संबंध में जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह का कहना है कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए जल की बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी. जिसके लगने के बाद मुख्य मार्ग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे जल्द से जल्द इस रोड के मरम्मतीकरण का काम कर क्षेत्र की जनता को राहत पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा। तीसरी व्यवस्था के जनप्रतिनिधियों को स्ट्रीट लाइट जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं. जिन्हें जल्द ही मुख्य मार्ग में लगा दिया जाएगा। अब देखना यह है कि कब तक सड़क की बदहाली का दंश झेल रहे लोगो को राहत मिलती है.