बोकारो:
झाविमो सुप्रीमो बाबुलाल मरांडी के द्वारा पांच विधायको को दो-दो करोड़ और एक विधायक को एक करोड़ देने की चिट्ठी राज्यपाल को सौपने के साथ ही झारखंड की राजनीति गर्म हो गयी है.
राज्यपाल को बरगलाने के लिए झाविमो के बड़े नेता ने एक झूठा पत्र दिया है कि 11 करोड़ में छह विधायको को भाजपा ने खरीदा है, जबकि भाजपा खरीद फरोख्त में विश्वास नहीं करती हैं. ऐसे में भाजपा झाविमो के बड़े नेता बाबुलाल मरांडी के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज करेगी. यह बाते परिसदन में मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा0 दीनदयाल वर्णवाल ने कही.
उन्होने कहा कि क्या बाबुलाल ने पैसे के लेन-देन को देखा है लेकिन बिना जांच पड़ताल के भाजपा समेत उन विधायको पर आरोप लगाना एक गंभीर मामला है. मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष जगरनाथ राम, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष मंयक सिंह, भाजयुमो के कुंज बिहारी पाठक समेत अन्य भाजपा के नेता उपस्थित थे.
विधायक विरंची नारायण ने भी जताई नाराज़गी:
बोकारो के विधायक विरंची नारायण का भी नाम चिठ्टी में आने के बाद उन्होने सेक्टर वन स्थित अपने आवासीय कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए सूबे के प्रथम मुख्यमंत्री व झाविमो के सुप्रीमो बाबुलाल मंराडी पर 20 करोड़ का मानहानि का दावा ठोंकने व आपराधिक मामला बोकारो कोर्ट में मंगलवार को दर्ज करने की बात कही.
उन्होने कहा कि अगर बाबुलाल यह साबित कर दे कि उन्होने मंत्री अमर बाउरी को एक करोड़ देने का काम किया है तो वे राजनीति से संयास ले लेंगे.