देवघरः
27 जुलाई से श्रावणी मेला की शुरूआत होने जा रही है. ऐसे में बाबाधाम आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अहसास हो, इसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है. इसी कड़ी में आज देवघर परिसदन में उच्चस्तरीय समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई.
श्रावणी मेला की तैयारियों की समीक्षा:
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की तैयारियों की समीक्षा बैठक झारखंड के मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी की अध्यक्षता में देवघर परिसदन के सभागार में आयोजित हुई. बैठक में डीजीपी डी.के.पाण्डेय, एस.के.जी.रहाटे गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव, नितिन मदन कुलकर्णी उर्जा विभाग के सचिव, अजय कुमार सिंह नगर विकास एव आवास विभाग के सचिव, अराधना पटनायक पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव, के.के.सोन पथ निर्माण विभाग के सचिव, मनीष रंजन पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य मामले विभाग सचिव, संतालपरगना के कमिश्नर डाॅ0 प्रदीप कुमार, संतालपरगना के डीआईजी सहित देवघर-दुमका के डीसी एसपी एवं संबंधित पदाधिकारी शामिल हुए.
तैयारियों का परिणाम पूर्णतः संतोषप्रद:
बैठक के दौरान श्रावणी मेला 2018 को लेकर हो रही तैयारियों का पावर प्रजेन्टेशन किया गया. बैठक के बारे में झारखंड के मुख्य सचिव ने बताया कि श्रावणी मेला की तैयारियों के संबंध में समीक्षा बैठक की गयी इसके पूर्व भी समीक्षा बैठक की जाती रही है. तैयारियों का जो परिणाम है वह पूर्णतः संतोषप्रद है.
मल्टि सर्विस प्वाईंट के रूप में इस्तेमाल होगा अतिरिक्त थानाः
मुख्य सचिव ने बताया कि श्रावणी मेला के दौरान विधी-व्यवस्था के दृष्टिकोण से की जाने वाली तैयारियां, अतिरिक्त थानों का सृजन, अतिरिक्त ट्रैफिक थानों का सृजन सहित इस बार जो अतिरिक्त थाने बनेंगें उसे मल्टि सर्विस प्वाईंट के रूप मे इस्तेमाल किया जाएगा. जहां न केवल विधि-व्यवस्था से सबंधित पदाधिकारी रहें बल्कि बिजली, स्वास्थ्य, पानी इन सभी सेवाओं से जुड़े हुए पदाधिकारी भी वहां रहेंगें. मेला के दौरान एक युनिफाईड कन्ट्रोल रूम कार्य करे जहां पर कि सम्र्पण तैयारियों का जायजा लिया जा सके. साथ ही एक जनरल कोशिश रहेगी कि जितने भी श्रद्धालु आ रहे हैं उनको श्रावणी मेला के दौरान बेहतर सुविधा प्रदान किया जा सके. पुराने अनुभवों को देखते हुए इस वर्ष और बेहतर करने की कोशिश की जा रही है.
मेला के दौरान होगा टेक्नोलाॅजी का इस्तेमालः
मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि टेक्नोलाॅजी को किस प्रकार बेहतर सुविधा देने में लबरेज कर सकें उसकी कोशिश की जा रही है. उस सिलसिले में हेड काउन्ट मशीन, क्यू लाईन मोनेटरिंग सिस्टम क्लाईमेट मोनेटरिंग सिस्टम इन सबका प्रयोग किया जाएगा. इन्द्रवर्षा के माध्यम से किस प्रकार से टेम्प्रेचर को रेगुलेट कर सकें और थके हुए जो कांवरिया हैं उनको कैसे रिलिफ दिया जा सके यह कोशिश रहेगी. साथ ही कांवरियों के टाइम को किस प्रकार मिनिमाईज कर सकें. जितना समय वो क्यू मंे लगाते हैं उस समय को कैसे सदुपयोग कर सकें इस ओर सरकार का ध्यान रहेगा. भीड़ को फैक्टरिंग करते हुए जो पूर्व की व्यवस्था है उसको जहां-जहां और सुदृढ़ करने की जरूरत है. बढ़ाने की जरूरत है यह कोशिश रहेगी कि वह पूरा हो. जितने लम्बे क्यू लगते हैं उसको किस प्रकार पूरी तरह से शेडेड व्यवस्था करके यह देख सकें कि लोगों को चलने में कोई असुविधा नहीं हो.
कूल पेन्ट के माध्यम से दी जाएगी कांवरियों को बेहतर सुविधाः
उन्होंने बताया कि कांवरियों के लिए कुछ दूरी तक तो बालू बिछाया जाता है लेकिन जहां से पक्की रोड शुरू हो जाती है वहां पर कुल पेन्ट के माध्यम से यह कोशिश रहेगी कि लोगों को चलने में कम से कम असुविधा हो. खिजुरिया से लेकर शिवगंगा तक करीब पांच किलोमीटर कूल पेन्ट बिछाया जाएगा. साथ ही उपर से भी कवर की सुविधा दी जाएगी ताकि बारिश के दौरान कांवरियों को कोई असुविधा नहीं हो.
श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मुहैया कराना हमारा परम कर्तव्य: डीजीपी
इस दौरान डीजीपी डी के पांडे ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान लाखों-लाख की संख्या में श्रद्धालु बाबाधाम आते हैं। ऐसे में उन्हें हर संभव सुविधा मुहैया कराना हमारा परम कर्तव्य है। मेला के दौरान यहाँ आगन्तुक श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा प्रदान की जाएगी एवं इसके लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सरकार द्वारा की जा रही है, चाहे वह मंदिर में श्रद्धालुओं का सुगम जलार्पण कराना हो या सुरक्षा व्यवस्था। उन्होंने आगे कहा कि मेला के सफल संचालन हेतु आवश्यक है कि मेला क्षेत्र में प्रतिनियुक्त सभी अधिकारी व कर्मी पूरे कर्तव्यनिष्ठा के साथ श्रद्धालुओं की सेवा करें।
दक्षिणेश्वर काली मंदिर व जगन्नाथपुरी की तर्ज पर व्यवस्थाएँ करने की कोशिश: उपायुक्त
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि दक्षिणेश्वर काली मंदिर एवं जगन्नाथपुरी के तर्ज पर श्रावणी मेला में व्यवस्थाएँ करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे संबंधित एक्सपेरिपेन्ट की जा चुकी है एवं इसकी काफी सराहना भी हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि यहां आगन्तुक श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया कराने के उदेश्य से खिजुरिया से शिवगंगा तक सड़कों पर कूल पेण्ट कराये जायेंगें। इससे श्रद्धालुओं को पैदल चलने में आसानी होगी। इसके अलावा बंग्ला सावन में यहां आगन्तुक श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं के संदर्भ में बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि श्रावणी मेला हेतु पंडाल निर्माण वगैरह सभी कार्य तीव्रतापूर्वक किया जा रहा है, जिसे आगामी 15 से 20 जुलाई तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
एक ही जगह पर देखने को मिलेगी चारों धाम व बारह ज्योतिर्लिंग से संबंधित प्रतिकृति:
चारों धाम एवं बारह ज्योतिर्लिंग के प्रतिकृति के अधिष्ठापन के संदर्भ में बात करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस बार मदरसा ग्राउण्ड में यह नवीन व्यवस्था की जा रही है, ताकि यहां आगन्तुक श्रद्धालुओं को एक हीं जगह पर चारों धाम एवं बारह ज्योतिर्लिंग से संबंधित प्रतिकृति देखने को मिल सके। इससे पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा हीं साथ ही श्रद्धालु एक सुखद अनुभूति लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो सकेंगें।
सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतेज़ाम:
इसके अलावा उनके द्वारा बतलाया गया कि इस बार श्रावणी मेला के दौरान मेला क्षेत्र में कुल 12,000 हजार सुरक्षाबलों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। साथ हीं 02 हीलियम बैलून एवं शिवगंगा तट पर 05 मास्ट लाइट की व्यवस्था की जाएगी।