रांची / खूंटी:
भाजपा सांसद कड़िया मुंडा के आवास अनिगड़ा से अगवा किए गए तीन जवानों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। हजारों जवान घाघरा गांव में कैंप किए रहे लेकिन जवानों का पता नहीं चला। अब झारखंड पुलिस अगवा जवानों की रिहाई के लिए बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रही है।
बुधवार को खूंटी डीसी सूरज कुमार भी घाघरा गांव में मौजूद थे। जवानों की रिहाई के लिए पुलिस कार्रवाई के बाद करीब 200 ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया था। लोगों के हिरासत में लिए जाने के बाद घाघरा गांव में ही एक पेड़ के नीचे कुछ देर के लिए उन्हें रखा गया था। इस दौरान डीसी सूरज कुमार उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे।
सूरज कुमार पत्थगड़ी समर्थकों से कह रहे थे कि आपलोग बता दीजिए कि अगवा जवानों को कहां रखा गया है। अगर नहीं बताएंगे तो हमलोग भी सख्ती से निपटेंगे। आपलोग कोर्ट-कचहरी की चक्कर लगाएंगे और जेल भी जाना होगा। लेकिन आपको कोई बचाने नहीं आएगा।
डीसी ने यह भी कहा कि अब उनलोगों के बुरा हश्र होगा। जब तक आपलोग शांति से कर रहे थे, तब तक हमें कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन अब बात लड़कियों की इज़्ज़त की है. आपलोगों को अब कोई नहीं बचाने आएगा, अब उनलोगों के दिन भी पूरे हो गए हैं।
वहीं, खूंटी से अगवा 3 जवानों की सूचना देने वाले को खूंटी पुलिस 50,000 रुपये का इनाम देगी। पुलिस अधीक्षक, खूंटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सांसद करिया मुंडा की आवास से 26.06.2018 को दोपहर में पत्थरगढ़ी समर्थकों के द्वारा तीन सुरक्षाकर्मियों को अगवा कर किसी सुरक्षित स्थान पर छिपा दिया गया है। जिसकी सूचना अभी तक पुलिस को नहीं मिल सकी है। जो भी व्यक्ति इन पुलिसकर्मियों के अपहरण से जुड़ी सूचना पुलिस को देगा उसे पुलिस विभाग की तरफ से 50000 रुपये का नगद इनाम दिया जाएगा। साथ ही उस व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।